1)The cross-chain interoperability protocol @PolyNetwork2 was attacked, and a total of more than 610 million US dollars were transferred to 3 addresses. The impact caused the transfer of large assets of the O3 Swap cross-chain pool.— SlowMist (@SlowMist_Team) August 10, 2021
क्रिप्टो बिल ड्राफ्ट से जुड़ी दस अहम बातें
नई दिल्ली, नीतीश कुमार सिंह/ Cryptocurrency Bill Draft : क्रिप्टोकरेंसी बिल लाने की तैयारी चल रही है. भारत में क्रिप्टोकरेंसी में निवेश, इससे जुड़े नियम-कायदों के विनियमन और सजा वगैरह पर सरकार ने ड्राफ्ट तैयार किया है. ऐसी जानकारी है कि क्रिप्टो बिल ड्राफ्ट में ऐसा प्रस्ताव दिया टॉप टेन क्रिप्टोकरेंसी जा सकता है कि भारत में क्रिप्टो फाइनेंस पर भारत सरकार की ओर से लागू किए गए कानूनों को तोड़ने वाले व्यक्ति और संस्था पर 20 करोड़ तक का जुर्माना और 1.5 साल की जेल हो सकती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जता चुके हैं कि सरकार का रुख क्रिप्टोकरेंसी को लेकर सख्त ही रह सकता है. उन्होंने बीते शुक्रवार को एक कार्यक्रम में कहा था कि क्रिप्टोकरेंसी जैसी उभरती तकनीक का इस्तेमाल लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए किया जाना चाहिए. वहीं, पिछले हफ्ते आई एक रिपोर्ट के मुताबिक, पीएम मोदी क्रिप्टोकरेंसी के रेगुलेशन के ढांचे के लिए जल्द ही फैसला लेने वाले हैं. हालांकि इसको लेकर असमंजस कायम है. नीति-निर्माताओं का कहना है कि रेगुलेशन से बाहर डिजिटल करेंसी अर्थव्यवस्था और वित्तीय स्थिरता के लिए खतरा है.
Cryptocurrency की भारत में आज की कीमत
क्रिप्टो करेंसी ऑनलाइन भुगतान का एक तरीका है जिसे वस्तु और सेवाओं के बदले दिया जाता है. दरअसल क्रिप्टो करेंसी नेटवर्क आधारित डिजिटल मुद्रा है. कुछ कंपनियों ने अपनी क्रिप्टो करेंसी भी जारी की है. जिसे टोकन्स कहते हैं. इन टोकन्स का प्रयोग आमतौर पर कंपनी के ही गुड्स और सर्विसेस खरीदने के लिए होता है.
वास्तविक मुद्रा और क्रिप्टो करेंसी में बेसिक फर्क यही है कि आप जिस पैसे को बाजार में खर्च करते हैं उसे देश का केंद्रीय बैंक जारी करता है. जबकि क्रिप्टो करेंसी को कोई व्यक्ति या कंपनी जारी कर सकती है.
डिसेंट्रलाइज्ड तकनीक क्या है?
डिसेंट्रलाइज्ड तकनीक रिसोर्स का एलोकेशन है. आसान भाषा में समझें तो ये कहा जा सकता है कि किसी वस्तु या रिसोर्स का नियंत्रण किसी एक व्यक्ति, संस्था या सेंट्रल टीम के पास नहीं होता है बल्कि उसका विकेंद्रीकरण यानी डिसेंट्रलाइजेशन होता है. क्रिप्टो करेंसी में जिस तकनीक ब्लॉकचेन का इस्तेमाल किया जाता है, उससे उस क्रिप्टो करेंसी पर किसी एक व्यक्ति या संस्था का नियंत्रण नहीं रहता, बल्कि डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी के जरिये उसे बहुत से कम्प्यूटर के जरिये अलग-अलग लोकेशन से मैनेज किया जाता है और ट्रांजेक्शन रिकॉर्ड किया जाता है. यह तकनीक जितनी मजबूत होगी वो क्रिप्टो करेंसी उतनी ही सिक्योर होगी.
क्रिप्टोकरेंसी FAQs
CryptoCurrency या डिजिटल करेंसी एक वर्चुअल करेंसी है. इसका यूज भी डिजिटल लेन-देन के लिए किया जा सकता है. इसे आप ना देख सकते हैं ना ही छू सकते हैं. इसका टॉप टेन क्रिप्टोकरेंसी पूरा बिजनेस ऑनलाइन ही होता है. बाकी देशों की करेंसी की तरह इसे कोई कंट्रोल नहीं करता है. इसे नेटवर्क के जरिए ऑनलाइन ऑपरेट किया जाता है. इस वजह से इसकी कीमत में लगातार उतार-चढ़ाव देखा जा सकता है.
Bitcoin दुनिया की सबसे पुरानी और पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी है. इसे साल 2008 में बनाया गया था. इसे ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के तौर पर साल 2009 में रिलीज किया गया था. Bitcoin बनाने वाले व्यक्ति या टॉप टेन क्रिप्टोकरेंसी ग्रुप को Satoshi Nakamoto नाम से जाना जाता है. इसे किसी ने देखा नहीं है. इसे बनाने की वजह साफ थी. इसको लेकर कहा गया था ये एक ऐसी डिजिटल करेंसी है जिस पर कोई भी सरकार कंट्रोल नहीं कर सकती है.
CryptoCurrency को भारत में क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म के जरिए खरीदा जा सकता है. आप इन प्लेटफॉर्म पर जाकर अपना अकाउंट बना सकते हैं. उसके बाद बैंक से प्लेटफॉर्म पर पैसे ऐड करके आप किसी क्रिप्टोकरेंसी को खरीद सकते हैं. भारत में WazirX और CoinDCX जैसे क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म काफी पॉपुलर है.
CryptoCurrency पर भारत में काफी ज्यादा टैक्स लगा दिया गया है. सरकार ने इसके लेनदेन पर 30 परसेंट का टैक्स लगाया है. लेकिन, वित्त मंत्री ने साफ किया है देश में क्रिप्टोकरेंसी को फिलहाल लीगल नहीं किया गया है.
इसको लेकर कोई फिक्स फॉर्मूला नहीं है. कई क्रिप्टोकरेंसी कभी-कभी अच्छा फायदा भी करवा देती है लेकिन, कभी-कभी इन्वेस्टर्स का नुकसान भी काफी ज्यादा हो जाता है. आप इसमें बड़ी और पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी जैसे Bitcoin या Ether में इन्वेस्ट करके सेफ रह सकते हैं. लेकिन, इसके लिए आपको क्रिप्टो मार्केट पर भी ध्यान देना होगा. हालांकि, आपको बता दें कि क्रिप्टोकरेंसी को निवेश के मकसद से नहीं बनाया गया था.
बिटकॉइन की कीमत कुछ समय पहले 50 लाख से भी ज्यादा हो गई थी. लेकिन, जब इसे लॉन्च किया गया था तब इसकी कीमत जीरो थी. लेकिन, कुछ ही समय के बाद इसकी कीमत 6 पैसे हो गई थी. अभी इसकी कीमत 31 लाख रुपये करीब है.
क्रिप्टो क्लाउड माइनिंग ऐप के जरिए धोखाधड़ी, 31 लोग बने शिकार, जानें पूरा मामला
महाराष्ट्र के सोलापुर में 31 लोगों से 45 लाख रुपये की धोखाधड़ी किए जाने का मामला सामने आया है। इन लोगों ने क्रिप्टो क्लाउड माइनिंग ऐप के जरिये निवेश किया था। पुलिस ने शिकायतों के हवाले से यह जानकारी दी।
क्लाउड माइनिंग एक ऐसा तंत्र है, जो किराये के क्लाउड कम्युटिंग सर्वर का इस्तेमाल कर हार्डवेयर या संबंधित सॉफ्टवेयर को इंस्टॉल किए बिना ही बिटक्वाइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी को भुनाने की सुविधा देता है।
पुलिस के एक अधिकारी ने मंगलवार को कहा, ‘‘निवेशकों से सीसीएच क्लाउड माइनर ऐप और क्रिप्टो लेन-देन ऐप को डाउनलोड करने के लिए कहा गया था। उन्हें क्रिप्टो लेन-देन ऐप के जरिये अपनी भारतीय मुद्रा को डॉलर में परिवर्तित करने और सीसीएच क्लाउड माइनर ऐप में निवेश करने का लालच दिया गया था।’’
अधिकारी के मुताबिक, अब तक 31 लोगों ने पुलिस से संपर्क कर धोखाधड़ी की शिकायत की है। उन्होंने बताया कि कुछ निवेशकों को शुरुआत में भुगतान मिला था। पुलिस निरीक्षक उदयसिंह पाटिल ने कहा, ‘‘हमने तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिन्होंने लोगों को बेहतर मुनाफा मिलने का लालच देकर ये ऐप डाउनलोड करने और रकम निवेश करने को कहा था।
ये तीनों लोग सोलापुर में आभूषण के कारोबार से जुड़े हुए थे।’’ एक शिकायतकर्ता राम जाधव ने दावा किया कि उसने 4.28 लाख रुपये निवेश किए थे। जाधव के अनुसार, ऐप अब काम नहीं कर रहा और तीनों का कार्यालय भी बंद है।
What is Crypto in 2022
What is Crypto in 2022: डिजिटल करेंसी क्या है ये और कैसे करती है काम, इस हिंदी आर्टिकल में वो सभी प्रश्न जो भी आपके दिमाग है की क्रिप्टो करेंसी क्या है ब्लॉक चेन क्या है से जुड़ी सभी जरुरी जानकारी यहाँ से ले सकते है ।
Cryptocurrency : Photo by Pixabay
क्या होती है Digital Currency ( डिजिटल करेंसी ) What is Crypto in 2022
असल में क्रिप्टो करेंसी , वित्तीय लेन-देन करने का एक तरीका है । बिल्कुल इंडियन करेंसी रुपये और अमेरिकी करेंसी डॉलर की तरह , इसमे डिफरेंट बस इतना है कि
यह क्रिप्टोकोर्रेंसी किसी को भी नहीं दिखाई देती, और न ही कोई भी व्यक्ति इसको टच सकते हैं। तो इसलिए हम इसे डिजिटल करेंसी भी बोलते या लिखते है ।
Crypto currency आधुनिक दुनिया का और इस समय का सबसे गर्म चर्चा का विषय बना हुआ है है। पूरी दुनिया भर में इसकी popularity बहुत बढ़ी है है, टॉप टेन क्रिप्टोकरेंसी टॉप टेन क्रिप्टोकरेंसी और इंडिया में ही नहीं बल्कि दुनिया भर के सभी देशो में क्रोरो लोग क्रिप्टो में इन्वेस्टमेंट कर रहे है । What is Crypto in 2022
इस कॉइन मार्किट में रिस्क को ध्यान रखते हुए इंडियन गवर्नमेंट और RBI ने इस डिजिटल करेंसी पर कण्ट्रोल करने सभी जरुरी व महतवपूर्ण तैयारी भी कर चुकी है और अगले शीत कालीन फेज में डिजिटल करेंसी से जुडी बिल पेश होना है।
दुनिया भर में लोगों में इसके बारे में जानकारी लेने की इच्छा प्रबलित है, तो हम इस हिंदी आर्टिकल में आपको बताने जा रहे है हैं कि दरअसल क्रिप्टो करेंसी अथवा डिजिटल मनी है क्या ? और यह किस तरह से काम करती है।
क्रिप्टो करेंसी , एक वित्तीय लेन-देन करने का एक तरीका है । बिल्कुल इंडियन करेंसी रुपये और अमेरिकी करेंसी डॉलर की तरह , इसमे डिफरेंट बस इतना है कि यह क्रिप्टोकोर्रेंसी किसी को भी नहीं दिखाई देती, और न ही कोई भी व्यक्ति इसको टच सकते हैं। तो इसलिए हम इसे डिजिटल करेंसी भी बोलते या लिखते है ।
भारत में सेंट्रल बैंक मगर क्रिप्टो कॉइन के बिज़नेस में कोई एजेंट नहीं होता और इसको एक ही नेटवर्क के द्वारा ऑनलाइन कण्ट्रोल या ऑनलाइन डायरेक्शन किया जाता है।
यह अनिमियताओं से भरा बाजार तौर पर भी जाना जाता है जहा पर बहुत ही ज्यादा रिस्क अथवा जोखिम होता है , जो एक ही सेकंड में किसी गरीब इंसान को अमीर बना सकता है है और एक ही झटके में उसे आसमान से जमीन पर भी पटक सकता है।
फिर भी इस इसकी लोकप्रियता दिनों दिन पूरी दुनिया में बढ़ती जा रही है। What is Crypto in 2022
सबसे Popular डिजिटल करेंसी बिटकॉइन
इस टाइम पूरी दुनिया की सबसे ज्यादा प्राइस या मूल्य की और सबसे ज्यादा पॉपुलर कॉइन यानी की Crypto Currency बिटकॉइन ही है।
और बिटकॉइन के बाद नाम आता है अन्य सेकंड पॉपुलर क्रिप्टो करेंसी की इथेरियम का।
जब से क्रिप्टोकोर्रेंसी की शुरुआत हुई है इनमे से केवल बिटक्वाइन का ही क्रिप्टो मार्किट में एक बड़ा नाम और में दब – दबा था परन्तु टाइम के साथ- साथ ये मार्किट भी काफी बड़ा होता गया और अभी भी बढ़ता जा रहा है और वर्ष 2022 में एक हज़ार से भी ज्यादा डिजिटल मनी अब चल रही है ।
आज क्रिप्टो के बाजार की लिमिट दुनिया के सभी छोटे बड़े देशों में फैलता जा ही रहा है है।
Top 10 Best Cryptocurrencies To Invest In 2022
1 – Bitcoin
Market कैप इन 2022 : $377 billion
Bitcoin दुनिया की सबसे मशहूर क्रिप्टो करेंसी है. इस करेंसी को वर्ष 2009 में Satoshi Nakamoto के नाम के किसी जापानी नागरिक व्यक्ति टॉप टेन क्रिप्टोकरेंसी बनाया गया था।
क्रिप्टोकरेंसी की तरह, Bitcoin भी एक Blockchain पर चलता है, सैकड़ों computers का एक Network है और किसी ब्रोकर या एजेंट के बिना Real- Timeमें ट्रांज़ैक्शन को Verified करता है.
बेहतरीन सुरक्षा के अतिरिक्त concept वाला Bitcoin किसी भी प्रकार की हैकिंग से पूरी तरह सेफ है. वर्ष 2022 तक अगस्त महीने के तक में इसका टोटल मार्केट कैपिटल 856 बिलियन डॉलर से भी ज्यादा हो गया था था।
आज से 5 साल पहले तक एक Bitcoin की कीमत 500 डॉलर से बढ़कर, आज लगभग 45,000 डॉलर के आसपास हो चुकी है. इसका मतलब यह हुआ कि टॉप टेन क्रिप्टोकरेंसी इन वर्षों में लोगों को कुल 8900% का अचंभित कर देने वाला रिटर्न मिला जो की बहुत ही ज्यादा प्रॉफिट मन जाता है ।
2 – Ethereum
Ethereum एक Blockchainnetwork है जिसका मूल token Ether है और इसे भी एक क्रिप्टोकरेंसी के तोर पर भी जाना जाता है। best crypto to invest इन hindi
एथेरियम ने भी चौंकाने वाले मुनाफा दिए हैं, पिछले कुछ पांच साल की अवधि में $11 से बढ़कर $3000 से भी ज्यादा हो चूका है.।
27,000% का यह रिटर्न बहुत ही जबरदस्त फायदा मन जाता है है. best cryptocurrency to invest in 2021
फ़िलहाल, इसका मार्किट कैपिटल टॉप टेन क्रिप्टोकरेंसी लगभग $357 बिलियन सेse भी ज्यादा हो चूका है है, जो की दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी cryptocurrencyबनाता है.
3 – Binance Coin टॉप टेन क्रिप्टोकरेंसी
$70 बिलियन से अधिक के मार्केट कैप वाला Binance Coin आज के समय की तीसरी सबसे पॉपुलर और फेमस क्रिप्टोकरेंसी है.
इसका प्रयोग Trading, पेमेंट प्रोसेसिंग या Trevalbooking के लिए भी किया जा है. साथ ही, क्रिप्टोकरेंसी के अन्य रूपों जैसे कि Ethereum या Bitcoin के लिए भी इसे Tradeया exchange किया जा सकता है. Binance price
इसके अलावा कुछ और टॉप क्रिप्टो करेंसी इस प्रकार है
Crypto Hacking का दुनिया में सबसे बड़ा मामला, हैकर्स ने उड़ाए 4500 करोड़ और अगले ही दिन लौटा दिया कुछ हिस्सा
हैकर्स ने क्रिप्टोकरेंसी के इतिहास की सबसे बड़ी चोरी की है और पॉली नेटवर्क की टीम ने हैकर्स को लूट की पूरी राशि को लौटाने के लिए बातचीत का सहारा लिया है.
हैकर्स ने क्रिप्टोकरेंसी के इतिहास में सबसे बड़ी चोरी की और फिर उसके अगले ही दिन कुछ हिस्सा लौटा दिया. यह अजीबोगरीब मामला क्रिप्टो प्लेटफॉर्म पॉली नेटवर्क पर हुआ है.
हैकर्स ने क्रिप्टोकरेंसी के इतिहास में सबसे बड़ी चोरी की और फिर उसके अगले ही दिन कुछ हिस्सा लौटा दिया. यह अजीबोगरीब मामला क्रिप्टो प्लेटफॉर्म पॉली नेटवर्क पर हुआ है. हैकर्स ने पॉली नेटवर्क से 61 करोड़ डॉलर (4,528.95 करोड़ रुपये) के इथेरम, बिनांस स्मार्ट चेन (बीएससी) और पॉलीगान की चोरी की है. हालांकि इसके अगले ही दिन कंपनी ने जानकारी दी कि लूट का कुछ हिस्सा हैकर्स ने वापस कर दिया है. क्रिप्टो प्लेटफॉर्म के ट्वीट के मुताबिक 4.77 करोड़ डॉलर (35.44 करोड़ रुपये) वापस मिल गए हैं. यह कुल चोरी का महज 7.81 फीसदी हिस्सा है.
So far, we have received a total value of $4,772,297.675 assets returned by the hacker.
ETH address: $2,654,946.051
BSC address: $1,107,870.815
Polygon address: $1,009,480.809 pic.twitter.com/bPFAQk4mvS
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तीन पते पर पहुंची लूट की पूरी राशि
ब्लॉकचेन इकोसिस्टम सिक्योरिटी SlowMist के मुताबिक पॉली नेटवर्क के क्रॉस-ेचन इंटरऑपरेबेलिटी प्रोटोकॉल पर हैकर्स ने हमला किया और 61 करोड़ डॉलर के क्रिप्टो को 3 एड्रेस पर भेजा गया. स्लोमिस्ट सिक्योरिटी टीम के मुताबिक उन्हें ऑन-चेन और ऑफ-चेन ट्रैकिंग के जरिए हैकर्स के मेलबॉक्स, आईपी व डिवाइस फिंगरप्रिंट्स मिल गए हैं और अब इनके जरिए हैकर्स की पहचान की जा रही है. स्लोमिस्ट के मुताबिक यह चोरी लंबे समय में योजना बनाकर की गई है. पॉली नेटवर्क ने इन सभी तीन एड्रेसेज को टॉप टेन क्रिप्टोकरेंसी ट्वीट भी किया है.
1)The cross-chain interoperability protocol @PolyNetwork2 was attacked, and a total of more than 610 million US dollars were transferred to 3 addresses. The impact caused the transfer of large assets of the O3 Swap cross-chain pool.
— SlowMist (@SlowMist_Team) August 10, 2021
समाधान के लिए कंपनी ने बातचीत को बुलाया
हैकर्स ने क्रिप्टोकरेंसी के इतिहास की सबसे बड़ी चोरी की है और पॉली नेटवर्क की टीम ने हैकर्स को लूट की पूरी राशि को लौटाने के लिए बातचीत का सहारा लिया है. पॉली नेटवर्क ने कहा कि लूट की राशि डीसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस के इतिहास की सबसे बड़ी चोरी है और दुनिया के किसी भी देश में इसे गंभीर आर्थिक अपराध माना जाएगा. पॉली नेटवर्क ने कहा कि हैकर्स ने क्रिप्टो कम्युनिटी के हजारों सदस्यों के पैसे चुराए हैं. पॉली नेटवर्क ने बाचतीत के जरिए समाधान निकालने के लिए हैकर्स को कहा है. सेंट्रलाइज्ड फाइनेंस (DeFi) एक ऐसा फाइनेंशियल सिस्टम है जिसमें फाइनेंशियल प्रॉडक्ट्स डीसेंट्रलाइज्ड ब्लॉकचेन नेटवर्क पर उपलब्ध रहते हैं और बिना बैंक या कंपनी के पिअर-टू-पिअर तरीके से कोई भी इस्तेमाल कर ट्रांजैक्शन कर सकता है.
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