Apple या Facebook के मुनाफे में चाहते हैं हिस्सा? जानिए घर बैठे आप कैसे विदेशी शेयरों में कर सकते हैं निवेश?
आप विदेशी शेयरों में म्यूचुअल फंड के जरिए या सीधे स्टॉक एक्सचेंजों और फिनटेक ऐप के जरिए निवेश कर सकते हैं। एक्सपर्ट्स सलाह देते हैं कि डायवर्सिफिकेशन के लिए अपने पोर्टफोलियो का 10 से 30% हिस्सा ग्लोबल स्टॉक्स में लगाया जा सकता है
पिछले कुछ सालों से भारतीयों के बीच विदेशी शेयरों में निवेश का चलन बढ़ा है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) को म्यूचुअल फंड (MFs) की तरफ से विदेशी शेयरों में निवेश को निलंबित करना पड़ा क्योंकि उसने जितनी निवेश की अधिकतम सीमा तय की थी, वह पूरी हो गई थी। हालांकि विदेशी स्टॉक में निवेश करने के लिए म्यूचुअल फंड इकलौता तरीका नहीं है। इसे सीधे स्टॉक एक्सचेंजों और फिनटेक ऐप के जरिए भी किया जा सकता है। वित्त वर्ष 2022 में भारतीय ने 74.7 करोड़ डॉलर विदेशों में निवेश किए हैं।
विदेशी बाजारों में मौजूदा गिरावट ने भारतीय निवेशकों के लिए एक सस्ते वैल्यूएशन पर निवेश का मौका मुहैया कराया है। आइए जानते हैं कि आप विदेशों में सूचीबद्ध शेयरों में किन तरीकों से निवेश कर सकते हैं-
म्यूचुअल फंड्स
विदेशी सूचीबद्ध शेयरों में म्युचुअल फंड निवेश का प्रदर्शन अच्छा रहा है। अंतरराष्ट्रीय शेयरों पर फोकस वाली म्यूचुअल फंड्स स्कीमें 31 अगस्त, 2022 तक 38,014 करोड़ रुपये का एसेट मैनेज कर रही थीं। ये स्कीमें, ग्लोबल स्टॉक्स, किसी इलाके या किसी खास थीम वाले विदेशी शेयरों में निवेश करती है। विदेशों में निवेश करने के लिए म्युचुअल फंड एक पसंदीदा रास्ता के रूप में उभरा है क्योंकि यहां पोर्टफोलियो एक प्रोफेशनल के द्वारा मैनेज किया जाता है। साथ ही यह आपको छोटी रकम और मंथली एसआईपी की सुविधा भी देता है।
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इन योजनाओं के माध्यम से किए गए निवेश उदारीकृत प्रेषण योजना (एलआरएस) के माध्यम से किए गए निवेश के अंतर्गत नहीं आते हैं और इसे कराधान के उद्देश्य से गैर-इक्विटी म्यूचुअल फंड योजनाओं की इकाइयों में किए गए किसी भी अन्य निवेश की तरह माना जाता है।
आप सीधे भी स्टॉक खरीद सकते हैं
अगर आप म्यूचुअल फंड्स के जरिए निवेश नहीं करना चाहते हैं, तो आप सीधे भी स्टॉक खरीद सकतें हैं। विनवेस्टा (Winvesta), स्टॉककल (Stockcal), वेस्टेड फाइनेंस (Vested Finance) जैसी कई फिनटेक कंपनियों ने विदेशों में सूचीबद्ध शेयरों को खरीदना आसान बना दिया है।
कुछ भारतीय ब्रोकरेज ने इन फिनटेक कंपनियों के साथ करार किया है और अपने ग्राहकों को विदेशों में निवेश करने की अनुमति दी है। अमेरिका में, आपको शेयर का आंशिक हिस्सा खरीदने की भी इजाजत है जो भारतीय निवेशकों के लिए महंगे दाम वाले शेयरों को भी सुलभ बनाते हैं। लिब्ररलाइज्ड रेमिटेंस स्कीम (LRS) के तहत प्रत्येक वित्त वर्ष में 2,50,एक समर्थक की तरह शेयरों में निवेश कैसे करें 000 डॉलर तक निवेश कर सकते हैं।
गिफ्ट सिटी: ग्लोबल निवेश का प्रवेश द्वार
नेशलन स्टॉक एक्सचेंज का NSE IFSC और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के समर्थन वाले इंडिया इंटरनेशनल एक्सचेंज (India INX), दो ऐसी इकाईयां हैं जो विदेशों में निवेश की अनुमति देती हैं। India INX ने इंटरएक्टिव ब्रोकर्स के साथ करार किया है और विदेशों में 135 एक्सचेंजों तक पहुंच प्रदान करता है। यह किसी अन्य फिनटेक ऐप पर ट्रेड करना जैसा ही है।NSE IFSC आपको अमेरिका में सूचीबद्ध 50 चुनिंदा शेयरों के खिलाफ जारी किए गए अनसिक्योर्ड डिपॉजिटरी रिसीप्ट्स (UDR) में ट्रेड करने की इजाजत देता है। अमेरिका में मार्केट पार्टिसिपेंट्स भारत में पूर्व निर्धारित अनुपात में स्टॉक खरीदते हैं और UDR जारी करते हैं। आप इन्हें खरीद सकते हैं और ट्रेड गिफ्ट सिटी में तय होते हैं।
विदेशी शेयरों में आपको कितना निवेश करना चाहिए?
गूगल (अल्फाबेट), फेसबुक (Meta), माइक्रोसॉफ्ट और आईबीएम जैसी कंपनियों का शेयरहोल्डर होना एक दिलचस्प विचार है। यह आपको इन ग्लोबल कंपनियों के मुनाफे का हिस्सा बनने में मदद करता है।
एक्सपर्ट्स सलाह देते हैं कि डायवर्सिफिकेशन के नजरिए से अपने पोर्टफोलियो का 10 से 30 प्रतिशत हिस्सा ग्लोबल शेयरों में लगाना चाहिए। आप जो रास्ता अपनाते हैं और जितना पैसा आप विदेशों में निवेश करते हैं, वह आपके पोर्टफोलियो के साइज, वित्तीय लक्ष्यों और निवेश के समय के अलावा आपकी जोखिम लेने की क्षमता के अनुसार अलग-अलग होगा। अधिकतर रिटेल निवेशकों के लिए पहले म्युचुअल फंड मार्ग बेहतर हो सकता है। अगर आप विदेशों में इक्विटी में पैसा लगाने के इच्छुक हैं, तो यह सब एक बार में न करें। संयमित तरीके से निवेश एक समर्थक की तरह शेयरों में निवेश कैसे करें करना बेहतर है।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि शेयरों में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट एक समर्थक की तरह शेयरों में निवेश कैसे करें से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।
Stock Market Investment: बाजार में आ चुकी है बड़ी गिरावट, क्या निवेशकों के लिए ‘लालची’ बन जाने का है मौका
Stock Market: बाजार में आई बड़ी गिरावट के बीच क्या निवेशकों के लिए यह निवेश का सही मौका है? यहां हमने बताया है कि ऐसे समय में निवेशकों की सही स्ट्रेटेजी क्या होनी चाहिए.
सही रणनीति के तहत निवेश कर अच्छा खासा रिटर्न जनरेट किया जा सकता है.
Stock Market Investment: बाजार में लगातार गिरावट का दौर जारी है. बाजार किस ओर जाएगा इसका सटीक अंदाजा नहीं लगाया जा सकता. हालांकि, सही रणनीति के तहत निवेश कर बाजार से अच्छा खासा मुनाफा कमाया जा सकता है. निवेशकों को बाजार में गिरावट के समय घबराकर किसी भी तरह के फैसले लेने से बचना चाहिए. महामारी के चलते लोगों में बचत करने की आदत बढ़ी है. लोगों ने अपने खर्चों में कटौती की, जिसके चलते कच्चे माल और वस्तुओं की आपूर्ति गिर गई व सप्लाई चेन प्रभावित हुआ. इससे कीमतों में उछाल आया और महंगाई बढ़ गई. साथ ही, रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते भी अर्थव्यवस्था प्रभावित हुई है. कोरोना महामारी समेत कई अन्य कारणों के चलते भी निवेशकों में डर लगातार बढ़ रहा है.
बाजार में आई इस बड़ी गिरावट के बीच क्या निवेशकों के लिए यह निवेश का सही मौका है? आइए जानते हैं कि ऐसे समय में निवेशकों को क्या करना चाहिए और उनकी सही स्ट्रेटेजी क्या होनी चाहिए.
LIC की जबरदस्त रिटर्न देने वाली 3 स्कीम, 1 लाख का निवेश बन गया 18.50 लाख, SIP करने वाले भी बने अमीर
इतिहास से ले सकते हैं सीख
हार्टफोर्ड फंड्स के अनुसार, 1928 के बाद से 26 बियर मार्केट रहे हैं. वहीं, बुल मार्केट 27 रहा है. बियर मार्केट में स्टॉक औसतन 36% गिर जाता है, लेकिन बुल मार्केट के दौरान यह औसतन 114% चढ़ता है. हर बियर मार्केट के बाद एक बुल मार्केट होता है. एक और दिलचस्प तथ्य यह है कि बियर मार्केट औसतन 289 दिनों तक चलते हैं, जबकि बुल मार्केट 991 दिनों से ऊपर चल सकते हैं.
निवेशकों को मंदी का डर है. लेकिन इतिहास यह भी बताता है कि हर बियर मार्केट के चलते मंदी नहीं आई. यह इकनॉमिक स्लोडाउन भी हो सकता है. 1929 के बाद से दुनिया में 26 बियर मार्केट और केवल 15 बार मंदी आई है. इस तरह, इतिहास से पता चलता है कि बियर मार्केट टेंपररी है. बुल मार्केट की तुलना में एक बियर मार्केट अल्पकालिक होता है. और हर बियर बाजार के बाद शेयर बाजार में जबरदस्त उछाल आता है.
बियर मार्केट के दौरान क्या हो निवेश की स्ट्रेटेजी
सबसे अहम बात यह है कि शांत रहें और घबराएं नहीं. कहीं भी निवेश करने के बजाए सही स्ट्रेटेजी अपनाएं. लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करें न कि शॉर्ट टर्म के लिए. विश्लेषण के आधार पर निर्णय लें न कि भावनाओं के आधार पर. और हां, एक्सपर्ट की मदद जरूर लें.
लंबी अवधि के लिए निवेश करें
वारेन बफेट कहते हैं, “जब दूसरे लालची हों तो डर जाएं और जब दूसरे भयभीत हों तो लालची बनें.” ज्यादातर निवेशक ऐसे शेयरों में निवेश करते हैं जो सुरक्षित लग सकते हैं. लेकिन यह शॉर्ट टर्म मानसिकता उनके पोर्टफोलियो को कमजोर करती है, और जब बाजार में वापसी होती है तो वे बड़े फायदे से चूक जाते हैं. कई बड़ी कंपनियां हैं जिनके शेयर की कीमतें बाजार में डर के कारण गिरती हैं, भले ही उनका लॉन्ग टर्म में प्रदर्शन कुछ भी हो. अगर आप जानते हैं कि उन कंपनियों को कैसे चुनना है, जिनमें उछाल की संभावना है तो आप उनके शेयर कम कीमतों पर खरीद सकते हैं. और बाद में अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं.
अपने पोर्टफोलियो में डायवर्सिफिकेशन लाएं
बियर मार्केट हो या न हो, अपने पोर्टफोलियो में डायवर्सिफिकेशन लाना और शेयरों का मिश्रण रखना हमेशा एक बेहतरीन रणनीति होती है. हर कंपनी के शेयर की कीमतें समान मात्रा में नहीं गिरती हैं. अगर आपके पास नुकसान वाली कंपनियों की तुलना में मुनाफे वाली कंपनियां अधिक हैं तो आप हमेशा फायदे में रहेंगे. यही कारण है कि आपको पोर्टफोलियो में डायवर्सिफिकेशन के लिए एक्सपर्ट्स की मदद लेनी चाहिए. ऐसी कंपनियां हैं जिनके शेयर की कीमतें काफी ज्यादा हैं लेकिन वे कर्ज में डूबी हुई हैं और उनका प्रदर्शन भी अच्छा नहीं है. ऐसी कंपनियों को अपने पोर्टफोलियो से हटा दें.
ऐसी कंपनियों में निवेश करें जिनका फंडामेंटल मजबूत हो. इसके साथ ही, हेल्दी बैलेंस शीट और लंबे समय तक प्रदर्शन करने वाली हों. एक इंडेक्स फंड और ईटीएफ आपको एक स्टॉक में निवेश करने के बजाय कई कंपनियों में अपने फंड में विविधता लाने की अनुमति देता है.
एसेट एलोकेशन पर दें ध्यान
अपने गोल्स, इन्वेस्टमेंट ऑब्जेक्टिव और रिस्क लेने की क्षमता के आधार पर अलग-अलग इन्वेस्टमेंट एसेट्स का एक पोर्टफोलियो रखें. सही रणनीति यह है कि आपके पोर्टफोलियो का एक हिस्सा बाजार की स्थिति के आधार पर आगे और पीछे निवेश किया जाए.
सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान में कर सकते हैं निवेश
SIP के ज़रिए आप नियमित रूप से एक निश्चित राशि का निवेश कर सकते हैं. आप एक म्यूचुअल फंड स्कीम में एक निश्चित राशि का निवेश करते हैं. म्यूचुअल फंड बाजार के साधन हैं जो स्टॉक, बॉन्ड, कमोडिटी आदि में फंड निवेश करते हैं. एकमुश्त निवेश करने के बजाय, आप अलग अलग जगह समान रूप से निवेश कर सकते हैं. यह बाजार में उतार-चढ़ाव के जोखिम को और कम करता है.
Downfall of these Shares: इन शेयरों में मंदी के आसार
Share market: गुरुवार को घरेलू बाजारों में थोड़ा उछाल देखा गया था लेकिन वह ज्यादा देर नहीं चल सका। भारतीय रिज़र्व बैंक की मौद्रिक नीती (आरबीआई पॉलिसी रेट) की संभावित घोषणा के कारण निवेशकों ने अभी इंतज़ार (वेट एंड वॉच) का मन बनाया हुआ है। वही विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली जारी होने के कारण भी दबाव बना है। रुपए के मूल्य में मामूली सुधार होने के कारण थोड़ी राहत तो जरूर मिली है। गुरुवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के सेंसेक्स में 0.33% की गिरावट देखी गई। 188.32 अंक गिरने के बाद बाजार एक समर्थक की तरह शेयरों में निवेश कैसे करें 56,409.96 अंकों पर बंद हुआ। वहीं भारतीय स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के निफ्टी इंडेक्स की बात करें तो उसमें 0.24% की गिरावट आई। बाजार 40.50 अंक गिरकर 16,818.10 अंकों पर बंद हुआ। इनमें कारोबार करने वाले प्रमुख शेयर के बारे में जानते हैं I
तेजी बनाने वाले शेयर
मोमेंटम इंडिकेटर, मूविंग एवरेज कन्वर्जन्स डिवर्जन्स(MACD) के अनुसार Zydus Lifesciences, Glennmark Pharma और डाबर इंडिया के शेयर में तेजी दिखाई दी। यही तेजी प्रिकॉल(Pricol) और राइट्स(Rites) में भी बनी रही। MACD ट्रेडेड सिक्युरिटीज़ या इंडेक्स के ट्रेंड रिवर्सल के संकेत देने के लिए जानी जाती है और जब यह सिग्नल लाइन के पार चला जाता है एक समर्थक की तरह शेयरों में निवेश कैसे करें तो माना जाता है कि उस शेयर तेजी है। ऐसा न होने पर मंदी का इशारा माना जाता है।
इसके अनुसार अर्शिया (Arshiya), वेलस्पन कॉर्प (Welspun Corp), एडवांस्ड एंजाइम (Advanced Enzyme), क्वेस कॉर्प (Quess Corp), ओर विंडसर मशीन(Windsor Machines ), आदि शेयरों में मंदी की असार दिखाई दिए हैं।
खरीदे जाने वाले शेयर
राइट्स(Rites) के साथ ही कोचिन शिपयार्ड (Cochin Shipyard), गो फैशन(Go Fashion) के शेयरों में खरीद का दौर चला। उसी तरह सिप्ला(Cipla) और गुजरात फल्यूरोकैम(Gujrat Phlurochem) के शेयरों को खरीदने में निवेशकों ने रुचि दिखाई। इसके चलते ये सभी शेयर अपने 52 हफ्ते के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुँच चुके थे।
बिकवाली की मार
दूसरी ओर जेंसार (Zensar), पीरामल, आईईएक्स के साथ इंटेलेक्ट डिजाइन (Intellect Design), बिरलासॉफ्ट, और सनोफी इंडिया (Sanofi India ) में भी बिकवाली का दौर चला। ये बिकवाली इतनी ज्यादा हुई कि ये सारे शेयर अपने 52 हफ्तों के सबसे निचले स्तर पर पहुँच गए।
Stock Market CRASH शरू हो चुका है?
Share market: गुरुवार को घरेलू बाजारों में थोड़ा उछाल देखा गया था लेकिन वह ज्यादा देर नहीं चल सका। भारतीय रिज़र्व बैंक की मौद्रिक नीती (आरबीआई पॉलिसी रेट) की संभावित घोषणा के कारण निवेशकों ने अभी इंतज़ार (वेट एंड वॉच) का मन बनाया हुआ है। वही विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली जारी होने के कारण भी दबाव बना है। रुपए के मूल्य में मामूली सुधार होने के कारण थोड़ी राहत तो जरूर मिली है। गुरुवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के सेंसेक्स में 0.33% की गिरावट देखी गई। 188.32 अंक गिरने के बाद बाजार 56,409.96 अंकों पर बंद हुआ। वहीं भारतीय स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के निफ्टी इंडेक्स की बात करें तो उसमें 0.24% की गिरावट आई। बाजार 40.50 अंक गिरकर 16,818.10 अंकों पर बंद हुआ। इनमें कारोबार करने वाले प्रमुख शेयर के बारे में जानते हैं I
तेजी बनाने वाले शेयर
मोमेंटम इंडिकेटर, मूविंग एवरेज कन्वर्जन्स डिवर्जन्स(MACD) के अनुसार Zydus Lifesciences, Glennmark Pharma और डाबर इंडिया के शेयर में तेजी दिखाई दी। यही तेजी प्रिकॉल(Pricol) और राइट्स(Rites) में भी बनी रही। MACD ट्रेडेड सिक्युरिटीज़ या इंडेक्स के ट्रेंड रिवर्सल के संकेत देने के लिए जानी जाती है और जब यह सिग्नल लाइन के पार चला जाता है तो माना जाता है कि उस शेयर एक समर्थक की तरह शेयरों में निवेश कैसे करें तेजी है। ऐसा न होने पर मंदी का इशारा माना जाता है।
इसके अनुसार अर्शिया (Arshiya), वेलस्पन कॉर्प (Welspun Corp), एडवांस्ड एंजाइम (Advanced Enzyme), क्वेस कॉर्प (Quess Corp), ओर विंडसर मशीन(Windsor Machines ), आदि शेयरों में मंदी की असार दिखाई दिए हैं।
खरीदे जाने वाले शेयर
राइट्स(Rites) के साथ ही कोचिन शिपयार्ड (Cochin Shipyard), गो फैशन(Go Fashion) के शेयरों में खरीद का दौर चला। उसी तरह सिप्ला(Cipla) और गुजरात फल्यूरोकैम(Gujrat Phlurochem) के शेयरों को खरीदने में निवेशकों ने रुचि दिखाई। इसके चलते ये सभी शेयर अपने 52 हफ्ते के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुँच चुके थे।
बिकवाली की मार
दूसरी ओर जेंसार (Zensar), पीरामल, आईईएक्स के साथ इंटेलेक्ट डिजाइन (Intellect Design), बिरलासॉफ्ट, और सनोफी इंडिया (Sanofi India ) में भी बिकवाली का दौर चला। ये बिकवाली इतनी ज्यादा हुई कि ये सारे शेयर अपने 52 हफ्तों के सबसे निचले स्तर पर पहुँच गए।
Make money from the Stock giving 255% return: 255% की उछाल वाले इस शेयर पर लगा सकते हैं दाँव
Make money from the Stock giving 255% return: 255% की उछाल वाले इस शेयर पर लगा सकते हैं दाँव
- Date : 30/11/2022
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अपने 52 हफ्ते के उच्चतम स्तर पर पहुँचने वाले इस मल्टीबैगर के लिए शेयर बाजार बुलिश दिखाई दे रहा है।
PI Industries: फिलहाल शेयर बाजार में खासा तेजी का दौर चल रहा है। लगातार छठे दिन शेयर बाजार में ज़बरदस्त कारोबार हुआ। इस दौर के चलते कई कंपनियों ने अपने उच्चतम स्तरों को भी प्राप्त किया है।
पीआई इंडस्ट्रीज (PI Industries) ऐसी ही एक कंपनी है जिसने इसी तेजी में अपने प्रदर्शन में और बढ़ोतरी की है।
कंपनी का स्टॉक लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहा है और अब अपने 52 हफ्तों के उच्चतम स्तर तक पहुँच गया है। गौरतलब है कि पीआई इंडस्ट्रीज कृषि क्षेत्र के लिए रसायन (AgroChem) बनाने वाली एक नामी गिरामी कंपनी है।
विशेषज्ञों ने दिया ‘बाय’ टैग
ब्रोकरेज हाउस निर्मल बैंग ने हाल ही में कंपनी के प्रबंधन (मैनेजमेंट) के साथ हुई बैठक के बाद अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि पीआई इंडस्ट्रीज का प्रबंधन विश्वास से भरा हुआ दिख रहा है। कंपनी का प्रबंधन घरेलू सीपीएस कारोबार और सीएसएम कारोबार की संभावना को लेकर काफी आशान्वित दिखाई दे रहा है। साथ ही कंपनी ने आगामी समय में लाए जाने वाले प्रोडक्ट्स के बारे में एक समर्थक की तरह शेयरों में निवेश कैसे करें भी महत्त्वपूर्ण जानकारी दी है। प्रबंधन ने बताया है कि पीआई इंडस्ट्रीज का ध्यान अब नई तकनीक पर केंद्रित होगा।
ब्रोकरेज हाउस द्वारा पीआई इंडस्ट्रीज को ‘बाय’ का टैग दिया गया है। साथ ही इसके लिए टारगेट एक समर्थक की तरह शेयरों में निवेश कैसे करें प्राइस ₹4,213 रखा गया है।
यह भी पढ़ें: ७ वित्तीय नियम
शेयर बाजार में कंपनी का कारोबार
यदि किसी निवेशक ने सिर्फ महीने भर पहले पीआई इंडस्ट्रीज में रकम लगाई होगी तो अब तक उसे 4.19% का इजाफा हुआ होगा। लगातार तेजी बनाए रखने वाली इस कंपनी के शेयर ने बीते पाँच सालों में 255% की छलांग लगाई है। वहीं यदि पिछले छह महीनों की बात की जाए तो शेयर की कीमत में 25.11% की बढ़ोतरी हुई है। 2022 वर्ष की शुरुआत से ही इस स्टॉक के प्रति निवेशकों का रुख सकारात्मक रहा है। साल के शुरुआत में जिन निवेशकों ने निवेश किया होगा उन्हें अब तक 11.94% का रिटर्न मिल चुका होगा।
बाजार बुलिश
जानकारी के लिए बताना चाहेंगे कि एनएसई (भारतीय स्टॉक एक्सचेंज) और बीएसई (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) दोनों पर ही पीआई इंडस्ट्रीज के शेयर की कीमत ₹3400 पार कर चुकी है। इस शेयर को लेकर बाजार में उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले समय में इसका प्रदर्शन अच्छा रहेगा। इसके चलते बाजार पीआई इंडस्ट्रीज के शेयर के लिए बुलिश है।
PI Industries' Q2FY23 Results
PI Industries: फिलहाल शेयर बाजार में खासा तेजी का दौर चल रहा है। लगातार छठे दिन शेयर बाजार में ज़बरदस्त कारोबार हुआ। इस दौर के चलते कई कंपनियों ने अपने उच्चतम स्तरों को भी प्राप्त किया है।
पीआई इंडस्ट्रीज (PI Industries) ऐसी ही एक कंपनी है जिसने इसी तेजी में अपने प्रदर्शन में और बढ़ोतरी की है।
कंपनी का स्टॉक लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहा है और अब अपने 52 हफ्तों के उच्चतम स्तर तक पहुँच गया है। गौरतलब है कि पीआई इंडस्ट्रीज कृषि क्षेत्र के लिए रसायन (AgroChem) बनाने वाली एक नामी गिरामी कंपनी है।
विशेषज्ञों ने दिया ‘बाय’ टैग
ब्रोकरेज हाउस निर्मल बैंग ने हाल ही में कंपनी के प्रबंधन (मैनेजमेंट) के साथ हुई बैठक के बाद अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि पीआई इंडस्ट्रीज का प्रबंधन विश्वास से भरा हुआ दिख रहा है। कंपनी का प्रबंधन घरेलू सीपीएस कारोबार और सीएसएम कारोबार की संभावना को लेकर काफी आशान्वित दिखाई दे रहा है। साथ ही कंपनी ने आगामी समय में लाए जाने वाले प्रोडक्ट्स के बारे में भी महत्त्वपूर्ण जानकारी दी है। प्रबंधन ने बताया है कि पीआई इंडस्ट्रीज का ध्यान अब नई तकनीक पर केंद्रित होगा।
ब्रोकरेज हाउस द्वारा पीआई इंडस्ट्रीज को ‘बाय’ का टैग दिया गया है। साथ ही इसके लिए टारगेट प्राइस ₹4,213 रखा गया है।
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शेयर बाजार में कंपनी का कारोबार
यदि किसी निवेशक ने सिर्फ महीने भर पहले पीआई इंडस्ट्रीज एक समर्थक की तरह शेयरों में निवेश कैसे करें में रकम लगाई होगी तो अब तक उसे 4.19% का इजाफा हुआ होगा। लगातार तेजी बनाए रखने वाली इस कंपनी के शेयर ने बीते पाँच सालों में 255% की छलांग लगाई है। वहीं यदि पिछले छह एक समर्थक की तरह शेयरों में निवेश कैसे करें महीनों की बात की जाए तो शेयर की कीमत में 25.11% की बढ़ोतरी हुई है। 2022 वर्ष की शुरुआत से ही इस स्टॉक के प्रति निवेशकों का रुख सकारात्मक रहा है। साल के शुरुआत में जिन निवेशकों ने निवेश किया होगा उन्हें अब तक 11.94% का रिटर्न मिल चुका होगा।
बाजार बुलिश
जानकारी के लिए बताना चाहेंगे कि एनएसई (भारतीय स्टॉक एक्सचेंज) और बीएसई (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) दोनों पर ही पीआई इंडस्ट्रीज के शेयर की कीमत ₹3400 पार कर चुकी है। इस शेयर को लेकर बाजार में उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले समय में इसका प्रदर्शन अच्छा रहेगा। इसके चलते बाजार पीआई इंडस्ट्रीज के शेयर के लिए बुलिश है।
म्यूचुअल फंड क्या है?
म्यूचुअल फंड सामूहिक निवेश का एक जरिया है. जब बहुत सारे लोग थोड़े-थोड़े पैसे जमा कर किसी प्रबंधन कंपनी को अपने बदले शेयरों में निवेश के लिए अधिकृत करते हैं तो इसे म्यूचुअल फंड निवेश कहा जाता है.म्यूचुअल फंड कंपनियां खुदरा निवेशकों से पैसे जुटाती हैं. इस पैसे को वे शेयरों में निवेश करती हैं. इसके बदले म्यूचुअल फंड कंपनियां निवेशकों से चार्ज भी लेती हैं.
महिंद्रा म्यूचुअल फंड के चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर आशुतोष बिश्नोई ने कहा, "अगर आप शेयरों में निवेश करना चाहते हैं, लेकिन आपके पास शेयरों की गुणवत्ता, निवेश के लिए सही मौके और शेयर के आवंटन आदि से जुडी सही जानकारी नहीं है तो आपको निवेश के लिए म्यूचुअल फंड की मदद लेनी चाहिए." उन्होंने कहा कि म्यूचुअल फंड में निवेश प्रबंधन के लिए एक कुशल टीम के साथ अनुभवी फंड मैनेजर भी होते हैं जो आपसे मामूली फीस लेकर फंड का प्रबंधन करते हैं.
बिश्नोई ने कहा, "म्यूचुअल फंड निवेशकों को कम जोखिम के साथ बेहतर रिटर्न प्राप्त करने के लिए निवेश का एक उचित माध्यम उपलब्ध कराता है." उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में अर्थव्यवस्था एवं बाजार की दिशा को लेकर सकारात्मक रुख है. दुनियाभर के विभिन्न देशों की सरकारों ने अपनी इकनॉमी को लेकर जिस तरह का समर्थन दिखाया है, उससे आर्थिक व्यवस्था के ऊपर उठने की एक समर्थक की तरह शेयरों में निवेश कैसे करें संभावना नजर आती है.
अगर आप इकट्ठा निवेश नहीं कर सकते या हर महीने मिलने वाली सैलरी से थोड़ी रकम बचाकर निवेश करना चाहते हैं तो यह भी संभव है. सिस्टेमेटिक इंवेस्टमेंट प्लान इसी का एक जरिया है. सिप के जरिये निवेश करने में आपको जोखिम उठाने से राहत मिल जाती है, जबकि लंबी अवधि में बड़ा फंड जुटाने में मदद मिलती है. जब शेयर मार्केट में कमजोरी हो तो सिप में निवेश को जरूर जारी रखना चाहिए क्योंकि यही वह वक्त है जब आपको आपका निवेश सस्ते में मिल जाता है.
शेयर बाजार का सही फायदा तभी मिलता है जब आप निचले स्तर पर पैसा लगाते हैं. कोई भी म्यूचुअल फंड यही काम करता है. वह एक तरीके से आपके फंड को मैनेज करता है और इस तरह के अवसरों में आपको फायदा दिलाता है. आप एक निवेशक हैं और सीधे इक्विटी में निवेश नहीं करना चाहते हैं या आपको जानकारी नहीं है तो आप म्यूचुअल फंड का रास्ता अपना सकते हैं.
शेयर बाजार में सीधे निवेश जोखिम भरा हो सकता है. आप को चाहिए कि आप एक अच्छे सलाहकार से सलाह लें. आर्थिक अनिश्चितता और शेयर बाजार में अस्थिरता के बावजूद परिपक्वता दिखाने वाले निवेशकों ने इक्विटी म्यूचुअल फंड में विश्वास जारी रखा है. स्माल कैप, मिड कैप या मल्टी कैप म्यूचुअल फंड में निवेश किया जा सकता है.
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 772