इससे पहले मेटा और ट्विटर ने बड़े पैमाने पर लोगों को नौकरी से निकाला था। इन दोनों कंपनियों में छंटनी का असर भारत में संकट के समय आपको क्या निवेश करना चाहिए इनके कर्मचारियों पर भी पड़ा था। ट्विटर का लगभग पूरा इंडिया ऑफिस ही खाली सा हो गया था।

एलआईसी में आइपीओ के जरिए अपनी हिस्सेदारी बेचेगी सरकार : वित्तमंत्री

बीमा और न्यायालय द्वारा आदेशित व्यवहार स्वास्थ्य के बारे में आपको क्या जानना चाहिए

न्यू यॉर्क और संघीय कानून में स्वास्थ्य बीमा की आवश्यकता होती है - जिसमें मेडिकेड, चाइल्ड हेल्थ प्लस और निजी बीमा शामिल हैं - चिकित्सकीय रूप से आवश्यक होने पर अदालत द्वारा आदेशित व्यवहारिक स्वास्थ्य उपचार को कवर करने के लिए।

इसका मतलब है कि आपका डॉक्टर (और/या अन्य चिकित्सा पेशेवर) कहता है कि आपकी मानसिक स्वास्थ्य चुनौतियों या मादक द्रव्यों के सेवन विकार के इलाज के लिए उपचार आवश्यक है। चूंकि आपके इलाज का आदेश किसी अदालत या डायवर्सन कार्यक्रम द्वारा दिया गया था, इसलिए आपके बीमा को यह पता लगाना चाहिए कि उपचार स्वचालित रूप से इस मानक को पूरा करता है।

किस प्रकार की सेवाएं शामिल हैं?संकट के समय आपको क्या निवेश करना चाहिए

आपका स्वास्थ्य बीमा अदालत द्वारा आदेशित विभिन्न प्रकार के इनपेशेंट, आउट पेशेंट, और आवासीय मानसिक स्वास्थ्य और मादक द्रव्यों के सेवन विकार उपचार को कवर करेगा, जिसमें शामिल हैं:

• अस्पताल में विषहरण और संकट हस्तक्षेप सेवाएं;
• संकट के समय आपको क्या निवेश करना चाहिए अस्पताल में इनपेशेंट देखभाल, इनपेशेंट पुनर्वास, या आवासीय उपचार सुविधा;
• क्लीनिक और डॉक्टर के कार्यालयों में आउट पेशेंट देखभाल; और
• यदि आपके स्वास्थ्य बीमा में प्रिस्क्रिप्शन ड्रग कवरेज, सबऑक्सोन और सब्यूटेक्स सहित आउट पेशेंट मेथाडोन उपचार शामिल है।

आपको इन सेवाओं के कवरेज का अनुरोध करने का अधिकार है, और यदि आपको अस्वीकार कर दिया जाता है, तो आपको इनकार के खिलाफ अपील करने का अधिकार है। आपको जल्दी से कार्रवाई करनी चाहिए क्योंकि अपील दायर करने की समय सीमा होती है।

क्या होगा अगर मैं अपूर्वदृष्ट हूँ?

शराब और मादक द्रव्यों के सेवन सेवाओं के न्यूयॉर्क कार्यालय ("OASAS") और मानसिक स्वास्थ्य कार्यालय ("OMH") के पास अदालत द्वारा आदेशित व्यवहारिक स्वास्थ्य सेवाओं की लागत को पूरा करने के लिए धन है जिनका भुगतान बीमा द्वारा नहीं किया जाता है।

याद रखें, भले ही आपके इलाज का आदेश किसी अदालत या डायवर्सन कार्यक्रम द्वारा दिया गया हो, फिर भी आप अपने इलाज के संबंध में बुनियादी अधिकार बनाए रखते हैं, जैसे:

• कर्मचारियों द्वारा दुर्व्यवहार और दुर्व्यवहार से मुक्त होने का अधिकार;
• आपकी व्यक्तिगत सेवा योजना के विकास में भाग लेने का अधिकार;
• प्रदाता या तीसरे पक्ष को प्रश्न या शिकायत लाने का अधिकार; और
• इलाज से इंकार करने और यह बताने का अधिकार कि इससे कार्यक्रम में आपके स्वास्थ्य या स्थिति पर क्या प्रभाव पड़ सकता है।

चाणक्य नीति: अगर जान लेंगे चाणक्य के ये 5 मंत्र तो धन की कभी नहीं होगी कमी

Chanakya Niti for money in Hindi | चाणक्य नीति: अगर जान लेंगे चाणक्य के ये 5 मंत्र तो धन की कभी नहीं होगी कमी

Highlights ईमानदारी से कमाए धन का सही जगह करें निवेश पैसे को पानी की तरह न बहाएं, जरूरत के हिसाब से करें खर्च

ईसा पूर्व आचार्य चाणक्य द्वारा रचा गया चाणक्य नीति शास्त्र आज भी तार्किक और प्रासांगिक नजर आता है। इसमें आचार्य चाणक्य के द्वारा बताई गई बातें लोगों के कल्याण के लिए बहुत उपयोगी हैं। अगर कोई व्यक्ति चाणक्य नीति शास्त्र में बताई गई बातों का पालन कर ले तो वह सफलता के शिखर बिंदु तक पहुंच सकता है। आचार्य चाणक्य ने अपनी नीतियों में अर्थ प्रबंधन, धन संचय के बारे में महत्वपूर्ण बातें बताई हैं जो इस प्रकार हैं-

LIC IPO : देश के सबसे बड़े आईपीओ संकट के समय आपको क्या निवेश करना चाहिए संकट के समय आपको क्या निवेश करना चाहिए में क्या आपको निवेश करना चाहिए या नहीं?

LIC IPO : देश के सबसे बड़े आईपीओ में क्या आपको निवेश करना चाहिए या नहीं?

कोविड-19 (Covid-19) महामारी के प्रकोप से खाली हो चुके सार्वजनिक खजाने को फिर से भरने के लिए भारत में अब तक की सबसे बड़ी आईपीओ लिस्टिंग (IPO listings) में से एक पर विचार किया जा रहा है.

सरकार द्वारा संचालित भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने 13 फरवरी को पूंजी बाजार नियामक सेबी (SEBI) को अपना एक मसौदा रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस प्रस्तुत किया. एलआईसी में सरकार की 100 फीसदी की हिस्सेदारी है. वहीं सेबी में की गई फाइलिंग के अनुसार सरकार कंपनी (LIC) के 31.62 करोड़ इक्विटी शेयर या आईपीओ में 5 प्रतिशत हिस्सेदारी की पेशकश कर रही है.

लेकिन पहले जानिए आखिर सरकार को LIC IPO से मदद कैसे मिलेगी?

COVID-19 के प्रकोप के परिणामस्वरूप भारतीय अर्थव्यवस्था को एक बड़ा झटका लगा है. ऐसे दौर में इससे सरकार के लिए लाभ स्पष्ट हैं.

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ सिक्योरिटीज मार्केट्स (NISM) में सहायक प्रोफेसर और लेखिका मोनिका हलन ने क्विंट को बताया कि "सरकार को इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स और कोविड महामारी की वजह से बढ़े हुए अन्य खर्चाें के लिए विनिवेश (संकट के समय आपको क्या निवेश करना चाहिए disinvestment) की आय की आवश्यकता है."

"भारतीय शेयर बाजार को विस्तार और गहराई प्रदान करने के लिए इस IPO की जरूरत है. भारत की समस्या यह है कि यहां बड़ी फर्म बहुत कम हैं और इसके परिणामस्वरूप घरेलू और विदेशी दोनों तरह के निवेश के प्रवाह को अवशोषित करने के लिए बहुत कम स्टॉक हैं."

क्योंकि यह पूरी तरह से एक बिक्री की पेशकश है, ऐसे में सभी आय सीधे सरकार के पास जाएगी, जिसने इस साल के केंद्रीय बजट में 78,000 करोड़ रुपये का विनिवेश लक्ष्य निर्धारित किया है. भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के माध्यम से कार्य करते हुए भारत के राष्ट्रपति इस बिक्री के प्रमोटर हैं.

चर्चा क्या है : क्या आपको निवेश करना चाहिए या नहीं?

1956 में अपनी स्थापना के बाद से ही LIC मध्यमवर्गीय परिवारों के बीच एक घरेलू नाम बन गया है. अपेक्षा के अनुसार इसके आईपीओ की चर्चा काफी ज्यादा है. लेकिन वरिष्ठ पत्रकार माधवन नारायणन ने चेताते हुए कहा कि "बाजार की चहल-पहल के साथ नीति की चर्चा को भ्रमित न करें."

1990 के दशक के अंत तक, जब इस क्षेत्र को निजी कंपनियों के लिए खोल दिया गया संकट के समय आपको क्या निवेश करना चाहिए था, तो बाजार पर इस दिग्गज का पूरी तरह से दबदबा था. हालांकि 2020 में इसकी बाजार हिस्सेदारी घटकर 64.1 प्रतिशत हो गई, फिर भी यह देश का सबसे बड़ा जीवन बीमाकर्ता है, जिसके पास बीमा बाजार हिस्सेदारी का दो-तिहाई हिस्सा है.

हलान कहती हैं कि "एलआईसी का आईपीओ कई मायनों में सही है. एक ऐसी कंपनी जो भारत में जीवन बीमा का पर्याय बन गयी है उसके शेयर्स के साथ बुल मार्केट में आने वाला सबसे बड़ा आईपीओ है और इसमें पॉलसीधारकों के लिए डिस्काउंट भी है."

शेयर बाजार में अस्थिरता के दौरान निवेश के रखें इन मंत्रों का ध्‍यान, होगा ज्‍यादा मुनाफा

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | एक बेहतरीन साल था, जहां अगर आपने कुछ न्यूनतम प्रयास के साथ भी निवेश किया होता, तो प्रदर्शन अच्छा ही होता। यह वह साल था जब बहुत सारे नौसिखिए निवेशकों संकट के समय आपको क्या निवेश करना चाहिए ने भी अच्छा पैसा कमाया। 2022 की शुरुआत में ही यह स्पष्ट था कि इस वर्ष निवेश के लिए उद्योगों या व्यापारिक क्षेत्रों के चुनाव में अधिक ध्यान देना पड़ेगा। और यह तो तब की बात है जब किसी को यह नहीं मालूम था कि राष्ट्रपति पुतिन की योजना क्या है! अब प्रश्न यह है ऐसे समय में कहां और कैसे निवेश किया जाए और दूसरी बात यह कि जब अस्थिरता का समय हो तो निवेश करने के क्या सिद्धांत होने चाहिए। अभी क्या करना है इसको समझने के लिए अगर हम लोग इतिहास पर नजर डालें तो यह सामने आता है हमने पिछले 40 वर्षों में ऐसे सभी प्रकरणों को देखा जब किसी प्रकार का भू-राजनीतिक (geopolitical) संकट आया हो या कोई आतंकवादी हमला हुआ

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बीते दिनों से लगतार उपज रहे हालात से क्या ऐसा मान लिया जाए कि बीते दशक या दशकों के दौरान कारोबार को बेतहाशा विस्तार कर लाखों लोगों को रोजगार देकर अरबों-खरबों डॉलर की पूंजी वाली बनी इन बड़ी टेक कंपनियों में छंटनी का दौर इशारा कर रहा है कि अच्छे दिन अब जाने वाले हैं।

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