PM Mudra Loan: बिना गारंटी 10 लाख का सरकारी लोन, ऐसे भरें MUDRA Loan Form
PM Mudra Loan Application Form: जैसे कि हम सभी जानते हैं कि देश में युवाओं को रोजगार के अवसर देने के उदेश्य से केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा समय-समय पर कई कल्याणकारी योजनाएं (Sarkari Yojana) चलाई जाती हैं। इन्हीं योजनाओं में से एक योजना है “PM Mudra Loan Yojana”। इस योजना के तहत केंद्र सरकार युवाओं को खुद का व्यवसाय शुरू करने के लिए कुल 10 लाख रुपये तक का Loan बिना गारंटी के मुहैया कराते हैं।
Pradhan Mantri Mudra Loan Yojana केंद्र सरकार द्वारा वर्ष 8 अप्रैल 2015 में शुरू व्यापार करने के लिए सर्वश्रेष्ठ मुद्रा जोड़े की गयी थी। Mudra Loan Scheme से सम्बंधित जानकारी के अनुसार, Mudra Loan के लाभार्थी लिए गए ऋण को चुकाने में अनुशासित हैं। इस स्कीम के तहत लाभार्थियों को दिए गए Loan में NPA बाकी लोन के मुकाबले बहुत कम है। Media Reports द्वारा जारी की गयी रिपोर्ट के अनुसार, इस साल इस PM Mudra Loan Scheme के तहत लिए गए लोन का NPA पूरे Banking Sector के NPA से लगभग आधा है।
इस बार PM Mudra Loan में NPA है कम
जानकारी के अनुसार, जब से PM Mudra Loan Scheme शुरु हुई है उसके बाद से अब तक Mudra Loan के तहत NPA कुल 46,053.39 करोड़ रुपये रहा है। ऐसे में NPA की संख्या 3.38% रही है और अगर पूरे Banking Sector की बात की जाये तो पूरे बैंकिंग सेक्टर में NPA कुल 5.97% रहा है। ऐसे में ये आंकड़े काफी अच्छे हैं, क्योंकि पिछले कुछ समय से कोरोना महामारी और वैश्विक मंदी के चलते NPA कम होना व्यापार करने के लिए सर्वश्रेष्ठ मुद्रा जोड़े अच्छी खबर है।
जानकारी के अनुसार, Mudra Rin Yojana के तहत 8 अप्रैल 2015 से जून 2022 तक जिन बैंकों ने लोन दिया है, उनका NPA या बैड लोन कुल 46,053.39 करोड़ रुपये रहा है। देखा जाये तो यह इस योजना के तहत दिए गए कुल लोन का मात्र 3.38% है। इसके अलावा अगर पूरे बैंकिंग सेक्टर की बात की जाये तो इस साल यानि की मार्च 2022 के अंत में यह 5.97% था। जैसे की हम कि कोविड-19 महामारी के चलते छोटे बड़े व्यवसायों को बहुत जूझना पड़ा था और उस दौरान सबसे ज्यादा सूक्ष्म और लघु उद्योग ही प्रभावित हुए थे।
बैंकिंग सेक्टर के NPA में सुधार
जानकारी के अनुसार वित्त वर्ष 2021-22 में Banking Sector के NPA में बहुत कमी आयी है। अगर पिछले कई सालों से इस बार के NPA की तुलना की जाये तो यह 5.97 फीसदी रहा जो कि काफी बेहतर है। रिपोर्ट्स के अनुसार वर्ष 2020-21 में NPA 7.3% था। इसके अलावा साल 2019-20 में 8.20%, साल 2018-19 में 9.1%, साल 2017-18 में 11.2%, साल 2016-17 में 9.3% और साल 2015-16 में 7.5% था। इन सभी आंकड़ों से तुलना करके आसानी से जाना जा सकता है कि इस बार वित्त वर्ष 2021–22 का NPA आंकड़ा पिछले 6 वर्षों में सबसे बेहतर रहा है, जो कि Banking Sector के लिए बहुत अच्छी खबर है।
जानें कितनी श्रेणियों में दिए जाते हैं Mudra Loan
जैसा कि सभी को पता होगा कि Micro Unit Development & Refinance Agency (MUDRA) पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया था। इस स्कीम के तहत, गैर-कॉर्पोरेट, गैर-कृषि, लघु और सूक्ष्म उद्योग को ऋण प्रदान किया जाता है। आमतौर पर इसे PM Mudra Yojana के नाम से जाना जाता है। सरकार की इस स्कीम के तहत 3 श्रेणियों में ऋण दिया जाता है, जो इस प्रकार है- शिशु, किशोर और तरुण।
जिनमें Sishu Loan श्रेणी के तहत 50,000 रुपये तक का Loan दिया जाता है, Kishor Loan श्रेणी के तहत 50,001-5 लाख रुपये तक का लोन दिया जाता है और Tarun Loan श्रेणी के तहत 5 लाख रुपये से 10 लाख रुपये तक का लोन दिया जाता है। इन सभी श्रेणियों में से सबसे कम NPA, Sishu Loan का रहा है जो केवल 2.25% रहा है। इसके साथ ही दूसरे स्थान पर 2.29% के साथ Kishor Loan और इसके साथ ही Tarun Loan का NPA 4.49% रहा है।
जानें क्या है PM Mudra Loan Yojana और Mudra Loan के लिए आवेदन की प्रक्रिया
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि मोदी सरकार (Modi Sarkar) द्वारा देश के नागरिकों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए PM Mudra Loan Yojana शुरू की गयी और इसके तहत 50,000 रुपये से लेकर 10 लाख रुपये तक का Loan दिया जाता है। सरकार द्वारा यह व्यवसाय शुरू करके रोजगार जुटाने के लिए loan दिया जाता है।
लोन लेने के लिए आवेदक के पास आईडी प्रूफ, स्थायी पता और व्यवसाय से जुड़े सभी प्रमाण पत्र होने चाहिए। इस Loan को प्राप्त करने के लिए आवेदक को व्यवसाय से संबंधित सभी दस्तावेज लेकर बैंक जाना होगा। उसके बाद बैंक द्वारा सभी दस्तावेजों का वेरिफिकेशन किया जायेगा और उसके बाद बैंक द्वारा आवेदक को Loan प्रदान किया जायेगा। यह लोन प्राप्त करने वाले आवेदक की उम्र 18 से 68 साल के बीच होनी चाहिए।
जो लोग खुद का बिजनेस करना चाहते हैं लेकिन पैसा नहीं है, उनके लिए बड़े काम की है ये स्कीम, बिना गारंटी के लें 10 लाख रु तक का लोन
न्यूज डेस्क। देश में छोटे और मध्यम आकार के उद्योग शुरू करने से जुड़ी वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए भारत सरकार ने अप्रैल 2015 में प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाई) की शुरुआत की थी। इस योजना के दो प्रमुख उद्देश्य हैं, पहला- स्वरोजगार के लिए आसान लोन उपलब्ध करवाना और दूसरा- छोटे उद्यमों के माध्यम से रोजगार के नए अवसर सामने लाना। यह लोन नॉन-कॉर्पोरेट छोटे व्यवसायों के लिए बनाया गया है, इसलिए मुद्रा लोन शहरी या ग्रामीण क्षेत्रों में अकेले या पार्टनरशिप में छोटी निर्माण यूनिट चलाने वालों से लेकर दुकानदारों, छोटा व्यवसाय/व्यापार करने वालों, छोटी इंडस्ट्रीज चलाने वालों, कारीगरों,
खाद्य उत्पादों से जुड़ा व्यापार करने वालों और सर्विस सेक्टर में काम करने वालों तक के काम की योजना है। ये लोन वाणिज्यिक (कमर्शियल) बैंकों, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों, छोटे फाइनेंस बैंकों, सहकारी बैंकों, माइक्रोफाइनेंस (सूक्ष्म-वित्त ) संस्थानों और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों में आवेदन देकर पाया जा सकता है।
मुद्रा लोन से जुड़े चार प्रमुख सवाल
1. कितना लोन मिल सकता है?
मुद्रा लोन के तहत अधिकतम 10 लाख रुपए तक का लोन लिया जा सकता है। इस लोन को तीन श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है— शिशु ऋण, जिसमें अधिकतम सीमा 50 हजार रुपए है, किशोर ऋण, जिसमें 50 हजार से 5 लाख रुपए तक की सीमा है और तरुण ऋण, जिसमें अधिकतम 10 लाख रुपए तक की सीमा रखी गई है।
2. किसे मिल सकता है?
कोई भी व्यक्ति जो अपना स्वयं का व्यवसाय शुरु करना चाहता है, वह इस योजना के तहत लोन ले सकता है। इसके साथ ही अगर कोई अपने मौजूदा व्यवसाय को आगे बढ़ाना चाहता है, तो भी उसे इस योजना के माध्यम से लोन मिल सकता है।
3. कैसे ले सकते हैं?
मुद्रा लोन के लिए उस सरकारी या किसी अन्य बैंक या वित्तीय संस्थान में आवेदन देना होगा, जो मुद्रा लोन देता हो। आवेदन के लिए आपके कारोबार की पूरी जानकारी/प्लान सहित अन्य आवश्यक दस्तावेज जमा करने होंगे।
4. कितना ब्याज देना होगा?
मुद्रा लोन की खास बात यह है कि इसमें कोई निश्चित ब्याज दर नहीं है। अलग-अलग बैंक लोन पर अलग-अलग दर से ब्याज वसूल सकते हैं। दर का निर्धारण कारोबार व्यापार करने के लिए सर्वश्रेष्ठ मुद्रा जोड़े की प्रकृति और उससे जुड़े जोखिम के आधार पर तय होता है। वैसे सामान्यतः ब्याज दर 12 प्रतिशत के आसपास रहती है।
यह है मुद्रा लोन पाने की पूरी प्रक्रिया
पहला चरण-
सबसे पहले आवेदक को एक बिजनेस प्लान तैयार करना होता है। साथ ही लोन के लिए सभी आवश्यक दस्तावेज भी तैयार करने होते हैं। सामान्य दस्तावेजों के साथ बैंक आपसे आपका बिज़नेस प्लान, प्रोजेक्ट रिपोर्ट, भविष्य की आय के अनुमान संबंधी दस्तावेज भी मांगेगा, ताकि उसे आपकी आवश्यकता की जानकारी हो, साथ ही यह भी अंदाजा लग सके कि आपको लाभ कैसे होगा या लाभ कैसे बढ़ेगा।
दूसरा चरण-
मुद्रा लोन देने वाले बैंक/वित्तीय संस्था न का चयन करना होता है। आवेदक एक से अधिक बैंकों का चयन कर सकता है। बैंक को दस्तावेजों के साथ लोन एप्लिकेशन फॉर्म भरकर जमा करना होगा। किस तरह के बैंक/संस्था न मुद्रा लोन देते हैं, इसकी जानकारी ऊपर दी गई है।
तीसरा चरण
आवेदन सही पाए जाने पर बैंक या वित्तीय संस्थान मुद्रा लोन पास करेगा और आवेदक को मुद्रा कार्ड प्रदान किया जाएगा।
मुद्रा योजना के चार बड़े फायदे
- इस योजना के तहत बिना गारंटी के लोन लिया जा सकता है।
- इसके लिए किसी भी तरह की प्रोसेसिंग फीस नहीं चुकानी पड़ती।
- लोन भुगतान अवधि को पांच वर्ष तक बढ़ाया जा सकता है।
- लोन लेने वाले को मुद्रा कार्ड दिया जाता है, जिस का उपयोग कारोबारी जरूरत पर आने वाले खर्च के लिए कर सकता है।
जरूरी दस्तावेज़ (डॉक्यूमेंट्स चेकलिस्ट)
सामान्यत: मुद्रा लोन के लिए आपको आवेदन फॉर्म के साथ निम्न दस्तावेज़ जमा करने होते हैं। ऋण की राशि , व्यापार की प्रकृति , बैंक नियमों आदि के आधार पर दस्तावेज़ों की संख्या कम या ज्यादा हो सकती है।
मुद्रा लोन आवेदन, बिज़नेस प्लान या प्रोजेक्ट रिपोर्ट, पहचान संबंधी दस्तावेज़ जैसे पैन कार्ड , आधार कार्ड , मतदाता पहचान पत्र आदि । एक से ज्यादा आवेदकों की स्थिति में पार्टनरशिप संबंधी दस्तावेज़ (डीड), टैक्स रजिस्ट्रेशन, बिज़नेस लाइसेंस आदि । निवास के प्रमाण संबंधी दस्तावेज़, जैसे टेलीफोन बिल/बिजली बिल आदि आवेदक की 6 महीने से कम पुरानी तस्वीरें, मशीन या अन्य सामग्री का कोटेशन जिसे खरीदना चाहते हैं, साथ ही जहां से खरीदेंगे उस सप्लायर/दुकानदार के बारे में जानकारी, श्रेणियां(एससी/एसटी/ओबीसी/अल्पसंख्यक), अगर लागू हो तो व्यापार करने के लिए सर्वश्रेष्ठ मुद्रा जोड़े पिछले दो वर्षों की बैलेंस शीट और प्रोजेक्टेड बैलेंस शीट (दो लाख से ऊपर के लोन पर)।
SBI E MUDRA Loan Yojana : देश के अन्य बैंकों की तरह अब भारत का सबसे बड़ा बैंक भारतीय स्टेट बैंक ( State Bank of India ) भी प्रधानमंत्री मुद्रा योजना यानी एसबीआई मुद्रा लोन ( SBI Mudra Loan ) प्रदान कर रहा है ! मुद्रा योजना के तहत भारतीय स्टेट बैंक की सभी शाखाओं को ऋण वितरण के लिए अधिकृत किया गया है ! वित्तीय रिकॉर्ड के अनुसार भारतीय स्टेट बैंक ने मुद्रा ऋण के तहत सबसे बड़ी राशि जारी की थी ! भारतीय स्टेट बैंक में मुद्रा ऋण के लिए आवेदन कर सकते हैं !
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ( SBI) e Mudra Loan की सुविधा ऐसे लोगों के लिए शुरू की गई है जो पैसों के अभाव में अपना बिजनेस शुरू नहीं कर पा रहे हैं. इस सुविधा से छात्रों को भी फायदा होगा और महिलाओं को भी इस कर्ज से मदद मिल सकेगी ! यह कर्ज सरकार देगी और सरकारी बैंकों से ही ले सकेगी, जिनमें भारतीय स्टेट बैंक ( State Bank of India ) जैसे बैंक प्रमुख हैं ! एसबीआई ई मुद्रा लोन योजना ( SBI E Mudra Loan Scheme ) का लाभ लेने के लिए नागरिकों को आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करना होगा !
भारतीय स्टेट बैंक ( State Bank of India ) मुद्रा ऋण सूक्ष्म इकाइयों विकास और पुनर्वित्त एजेंसी (मुद्रा) के मार्गदर्शन में व्यक्तियों और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को दिए गए ऋणों को संदर्भित करता है ! पीएम मुद्रा योजना (PM Mudra Yojana ) के तहत, एसबीआई रुपये तक की फंडिंग सहायता प्रदान करता है ! व्यक्तियों और लघु और मध्यम आकार के उद्यमों (एसएमई) क्षेत्र की इकाइयों को 10 लाख ! एसबीआई से मुद्रा लोन ( SBI MUDRA Loan ) की पेशकश प्रतिस्पर्धी ब्याज दरों पर शून्य या कम प्रोसेसिंग शुल्क के साथ लचीले ईएमआई विकल्पों के साथ की जाती है !
एसबीआई ई-मुद्रा ऋण के लिए पात्रता / पात्रता शर्तें
- शिशु के लिए मुद्रा स्कोरिंग कार्ड में आवेदक के न्यूनतम 50% अंक होने चाहिए !
- व्यक्ति भारत का निवासी होना चाहिए और उसकी आयु 18 से 65 वर्ष के बीच होनी चाहिए
- बचत बैंक/एसबीआई ( SBI ) में चालू खाता रखने वाले मौजूदा व्यक्तिगत ग्राहक ई-मुद्रा डिजिटल प्लेटफॉर्म के लिए आवेदन कर सकते हैं !
- अतीत में कोई एसएमई ऋण नहीं लिया है !
- सीआरआईएफ हाई मार्क से संतोषजनक ब्यूरो रिपोर्ट और बैंक के मानकों को पूरा करना !
- आधार को बैंक से और मोबाइल नंबर को आधार से जोड़ा जाना चाहिए !
मुद्रा लोन के लिए आवश्यक दस्तावेज
- व्यक्ति को बचत , चालू खाता संख्या और शाखा का विवरण लाना होगा
- उसे व्यवसाय का प्रमाण नाम , आरंभ तिथि और पता दिखाना होगा
- आधार नंबर बैंक खाता से अपडेट होना चाहिए
- जाति का विरण सामान्य , एससी, एसटी, ओबीसी, अल्पसंख्यक अनिवार्य है
- अपलोड के लिए जीएसटीएन और उद्योग आधार की भी आवश्यकता होगी
- दुकान और प्रतिष्ठान या अन्य व्यवसाय पंजीकरण दस्तावेज का प्रमाण दिखाना होगा
एसबीआई मुद्रा लोन का उपयोग विभिन्न व्यवसाय के लिए कर सकते हैं
एसबीआई मुद्रा लोन ( SBI MUDRA Loan ) का उपयोग विभिन्न व्यावसायिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए किया जा सकता है ! जैसे कच्चा माल खरीदना, इन्वेंट्री का स्टॉक करना, कार्यशील पूंजी की आवश्यकताओं को पूरा करना, संयंत्र और मशीनरी खरीदना, किराया देना, व्यवसाय विस्तार और अन्य व्यवसाय संबंधी उद्देश्य ! एसबीआई ई मुद्रा लोन योजना ( SBI E Mudra Loan Scheme ) केवल सेवाओं, विनिर्माण और व्यापारिक क्षेत्रों में लगे व्यक्तियों, व्यवसायों और उद्यमों को दिया जाता है !
एसबीआई मुद्रा लोन के तहत देगी 50 हजार से एक लाख, ऐसे करें आवेदन
आप SBI की Mudra Loan Scheme के तहत Loan लेकर अपने Business को बढ़ा सकते हैं ! इसके लिए व्यापार करने के लिए सर्वश्रेष्ठ मुद्रा जोड़े आपको दस्तावेज उपलब्ध कराने पड़ सकते हैं ! आप ई-मुद्रा ऋण के लिए आवेदन कर सकते हैं ! प्रधानमंत्री मुद्रा ऋण योजना एक बहुत ही उपयोगी योजना है ! जो उन लोगों को आर्थिक सहायता प्रदान करता है जिनके पास व्यापार करने के लिए पर्याप्त धन नहीं है ! अगर आप एसबीआई मुद्रा लोन ( SBI MUDRA Loan ) के लिए आवेदन करने की सोच रहे हैं तो यह सही समय है !
RBI ने खुदरा उपयोग के लिए लॉन्च किया डिजिटल रुपया, कैट ने किया स्वागत
नई दिल्ली। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) (Reserve Bank of India (RBI)) ने गुरुवार को खुदरा स्तर पर उपयोग के लिए रिटेल डिजिटल रुपया लॉन्च (retail digital rupee launch) किया। आरबीआई के इस कदम का कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) (Confederation of All India Traders (CAIT)) ने स्वागत किया है।
रिजर्व बैंक के रिटेल डिजिटल रुपया की खरीदारी फिलहाल चार प्रमुख बैंकों, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई), आईसीआईसीआई बैंक, यस बैंक और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक से की सकेगी। खुदरा स्तर पर डिजिटल मुद्रा की शुरुआत का कैट ने स्वागत करते हुए कहा कि जल्द ही कारोबार में भुगतान के लिए इसको अपनाने और स्वीकार करने के लिए देशभर के व्यापारिक व्यापार करने के लिए सर्वश्रेष्ठ मुद्रा जोड़े समुदाय के बीच एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन शुरू करेगा।
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कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा की डिजिटल रुपया भारत में व्यापार और वाणिज्य में भुगतान के परिदृश्य को बदल देगा। खंडेलवाल ने कहा कि इससे भारतीय अर्थव्यवस्था को जमीनी स्तर से बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था उपभोग पर आधारित है, जिसमे खुदरा विक्रेता और उपभोक्ता राजा हैं। खंडेलवाल ने कहा कि डिजिटल मु्द्रा डिजिटल इंडिया की स्वीकार्यता के प्रसार में मदद करेगी।
खंडेलवाल ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था बहुत बड़ी है, लेकिन खुदरा स्तर पर नकद मुद्रा के उपयोग के कारण व्यापार में कैश करेंसी का एक बड़ा हिस्सा है जो बेहिसाब रह जाता है। डिजिटल मुद्रा की शुरुआत होने से प्रत्येक लेन-देन आरबीआई की पुस्तकों और भारत सरकार के रिकॉर्ड में दर्ज किया जाएगा। हम दुनिया की सबसे बड़ी घरेलू अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने में सक्षम होंगे। हमारे देश में खुदरा बाजार का सटीक आकार रिकॉर्ड किए गए लेन-देन से प्रमाणित होगा।
कैट महामंत्री ने कहा कि खुदरा कारोबार की वास्तविक गणना करने से रिजर्व बैंक, भारत सरकार और व्यापारी तथा उपभोक्ता अनुकूल नीतियां बनाने की स्थिति में होगी। खंडेलवाल ने कहा कि प्रमाणित बिक्री कारोबार डेटा के अभाव में खुदरा व्यापारी बैंकों से लोन प्राप्त करने में असमर्थ होते हैं। डिजिटल मुद्रा की शुरूआत के साथ खुदरा विक्रेता के वास्तविक कारोबार को बैंकों से बेहतर ऋण प्राप्त करने के लिए डिजिटल लेन-देन के जरिए प्रमाणित किया जाएगा।
खंडेलवाल ने आगे कहा कि रिजर्व बैंक को मुद्रा की छपाई और वितरण में करोड़ों रुपये खर्च करने पड़ते हैं, लेकिन डिजिटल करेंसी से आरबीआई को भारी बचत होगी। डिजिटल करेंसी इको फ्रेंडली भी है। कागजी मुद्रा की छपाई के लिए इस्तेमाल होने वाले कागज की बचत होगी। डिजिटल करेंसी से सॉफ्टवेयर उद्योग विकसित करने में मदद मिलेगी। इससे लाखों युवाओं को रोजगार मिलेगा। जल्द ही हम डिजिटल इंडिया को व्यावहारिक रूप से लागू और स्वीकार करते हुए देखेंगे। इससे प्रधानमंत्री का सपना साकार होगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार देश के लोगों को डिजिटल तकनीक की ओर ले जा रही है। डिजिटल उत्पादों के लिए विशाल व्यापार करने के लिए सर्वश्रेष्ठ मुद्रा जोड़े बाजार निकट है। हम बाजारों में आने वाले स्टार्ट अप में अत्यधिक वृद्धि देखेंगे। जिसके फल स्वरुप रोजगार चाहने वाले अब रोजगार देने वाले बनेंगे। (एजेंसी, हि.स.)
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