खतरे
- हाल ही में मोरबी में हुए पुल हादसे के चलते भाजपा पर असर पड़ सकता है। घटना में 135 लोगों की मौत हो गई थी।
- खबरें हैं कि मजबूत केंद्रीय नेतृत्व के चलते भाजपा में आंतरिक कलह अब तक छुपी हुई है, लेकिन हार की स्थिति में दरारें खुलकर सामने आ सकती हैं।
- अगर हालात हंग असेंबली के बनते हैं तो पार्टी को राज्य में बहुमत हासिल करने के लिए गठबंधन के साथी को खोजने में मुश्किलें हो सकती हैं।
- अगर आप कुछ स्थानों पर सीटें जीतने में सफल हो जाती है, तो भाजपा के सामने नई चुनौतियां आ सकती हैं। साल 2002 से भाजपा का सीटों का आंकड़ा लगातार गिर रहा है।

SWOT Analysis क्या है?

SWOT विश्लेषण 1970 के दशक में स्टैनफोर्ड में विकसित एक तकनीक है, जिसे अक्सर रणनीतिक योजना में उपयोग किया जाता है। SWOT strengths, weaknesses, opportunities और threats के लिए एक संक्षिप्त शब्द है और एक संरचित योजना पद्धति है जो किसी संगठन, परियोजना या व्यावसायिक उद्यम के उन चार तत्वों का मूल्यांकन करती है। एक SWOT विश्लेषण संगठन की ताकत का लाभ उठाने, कमजोरियों में सुधार, खतरों को कम करने और अवसरों का सबसे बड़ा संभावित लाभ लेने के लिए एक सरल, लेकिन शक्तिशाली ढांचा है।

SWOT विश्लेषण एक ऐसी प्रक्रिया है जहां प्रबंधन टीम कंपनी के भविष्य के प्रदर्शन को प्रभावित करने वाले आंतरिक और बाहरी कारकों की पहचान करती है। यह हमें आंतरिक और बाहरी रूप से क्या हो रहा है, इसकी पहचान करने में मदद करता है, ताकि आप अपने व्यवसाय की योजना और प्रबंधन सबसे प्रभावी और कुशल तरीके से कर सकें।

SWOT विश्लेषण कैसे लिखें [How to write SWOT Analysis? In Hindi]

SWOT विश्लेषण में सूचियाँ बनाना शामिल है - लेकिन और भी बहुत कुछ! जब आप एक सूची (जैसे, ताकत) लिखना शुरू करते हैं, तो आप जिस विचार प्रक्रिया और शोध से गुजरेंगे, वह अन्य सूचियों (कमजोरियों, अवसरों या खतरों) के लिए विचारों को प्रेरित करेगा। और यदि आप इन सूचियों की साथ-साथ तुलना करते हैं, तो आप संभवतः कनेक्शन और अंतर्विरोधों को नोटिस करेंगे, जिन्हें आप हाइलाइट और एक्सप्लोर करना चाहेंगे।

आप खुद को अपनी सूचियों के बीच बार-बार आगे-पीछे करते हुए पाएंगे। इसलिए, अपनी चार सूचियों को एक साथ एक दृश्य में व्यवस्थित करके कार्य को आसान और अधिक प्रभावी बनाएं। Stratified Sampling क्या है? हिंदी में

SWOT दो भागों से बना है: Strengths और Weakness एक कंपनी के आंतरिक को संदर्भित करती हैं जबकि Opportunity और Threats कंपनी के लिए बाहरी होते हैं और पर्यावरण में मौजूद होते हैं।

IIT JEE preparation 2023 Tips: कैसे शुरू करें IIT JEE की तैयारी, जेईई क्रैक करने के लिए टिप्स और ट्रिक

IIT JEE preparation 2023 Tips

IIT JEE preparation Tips: IIT JEE निस्संदेह सबसे चुनौतीपूर्ण परीक्षाओं में से एक है, इसके लिए छात्रों को स्कूल के बाद कड़ी मेहनत करने का समय आता है. यह एक ऐसी परीक्षा है जिसमें पूरी लगन के साथ स्मार्टनेस की आवश्यकता होती है. आईआईटी में कुछ हजार सीटों के लिए हर साल लगभग 10 लाख छात्र जेईई मेन्स के लिए रजिस्ट्रेशन कराते हैं.

जेईई मेन्स के पहले चरण में चयनित होने वाले छात्र जेईई एडवांस्ड में बैठने के पात्र होते हैं. यह एक लंबी प्रक्रिया है, जिसके लिए कई स्क्रीनिंग चरणों की आवश्यकता होती है. जो उम्मीदवार भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) में प्रवेश लेना चाहते हैं, उन्हें परीक्षा में शामिल होने से पहले अच्छी तरह से तैयार होना चाहिए. ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (JEE) की तैयारी 10वीं कक्षा की बोर्ड SWOT विश्लेषण की तैयारी कैसे करें? परीक्षा पास करने के बाद शुरू हो जाती है. अपनी इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त करने का लक्ष्य रखने वाले छात्रों को कक्षा 11 में विज्ञान का विकल्प चुनना चाहिए. यह एक छात्र के जीवन में एक महत्वपूर्ण मोड़ है, कक्षा 12 के पाठ्यक्रम में सिखाई गई अवधारणा केवल कक्षा 11 में SWOT विश्लेषण की तैयारी कैसे करें? आपने जो सीखा है उसका एक विस्तार है. इसलिए, यदि आप JEE के माध्यम से इसे बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, तो जल्दी शुरू करें.

एक स्टडी शेड्यूल बनाएं

जेईई की तैयारी करने के लिए आपको पूरी लगन और मेहनत के साथ करना होगा. ऐसे में यह कहना अनिवार्य है कि आईआईटी में जाने के इच्छुक उम्मीदवारों को पढ़ाई से पहले सभी बातों की जानकारी होने के साथ पढ़ाई के लिए पूरी शेड्यूल तैयार करने की जरूरत है. जिससे आपको ये पता रहेगा कि आपको कब कैसे पढ़ाई करना है. हलांकि बिना मन के पढ़ाई करने से छात्रों को उस विषय को समझने में वक्त लगेगा. ऐसे में जरूरी है कि आप लगातार पढ़ाई करने से उब रहे हैं तो कुछ टाइम पढ़ाई को ब्रेक भी दें और मनोरंजन के लिए गेम खेल या जो रूची हो वो पहले करें.

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अपने बारे में समझने के लिए SWOT विश्लेषण करें

जेईई पाठ्यक्रम थोड़ी कठीन है. लेकिन आपको अपने लक्ष्यों के प्रति हमेशा स्मार्ट दृष्टिकोण अपनाना चाहिए. एसडब्ल्यूओटी विश्लेषण आपको अपनी ताकत, कमजोरी, खतरे और अवसर को समझने में मदद करता है. एक बार जब आप अपनी कमजोरियों के बारे में स्पष्ट विचार कर लेते हैं, तो आप जान जाते हैं कि आपको कहां अधिक काम करना है. यदि आप किसी विशेष विषय में अच्छे हैं, जैसे गणित, तो आप जानते हैं कि आप इसे अपनी ताकत के रूप में उपयोग कर सकते हैं और उस भाग में अधिकतम अंक प्राप्त कर सकते हैं.

एनसीईआरटी की किताबों से अपना कॉन्सेप्ट तैयार करना जेईई की तैयारी के लिए अपनी नींव तैयार करने का सबसे अच्छा तरीका है. लेकिन, अगर आप दस लाख छात्रों के खिलाफ प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं तो अकेले एनसीईआरटी पर्याप्त नहीं है. आपको अध्ययन सामग्री से मदद लेने की आवश्यकता है जो आपके पाठ्यक्रम को व्यापक रूप से कवर करती है.

कोचिंग संस्थानों के शिक्षकों की मदद लें

इसमें कोई संदेह नहीं है कि स्कूल आपकी तैयारी शुरू करने के लिए सबसे अच्छी जगह है लेकिन यह पर्याप्त नहीं है. कोचिंग संस्थान छात्रों को अध्ययन सामग्री, योजना और नियमित संशोधन में मदद करते हैं. जेईई की तैयारी के लिए अपनी कोचिंग शुरू करने का सही समय ग्यारहवीं कक्षा है. यह वह समय है जब आपको गणित, भौतिकी और रसायन विज्ञान में नई और पेचीदा अवधारणाओं से परिचित कराया जाता है. एक अच्छा कोचिंग संस्थान कठिन अवधारणाओं को सरल तरीकों से समझने में आपकी सहायता करेगा. नियमित विषय-वार परीक्षणों के साथ वे सुनिश्चित करते हैं कि आप सीमित समय सीमा के भीतर विभिन्न प्रकार के प्रश्नों को हल करने में सक्षम हैं.

जेईई की तैयारी के दौरान सबसे चुनौतीपूर्ण हिस्सा प्रेरित और सुसंगत रहना है. एक स्कूल जाने वाले छात्र के लिए, दिन-ब-दिन एक शेड्यूल बनाए रखना मुश्किल होता है. जब भी आपको हार मानने का मन करे तो याद रखें कि अगर आप हार मान लेते हैं तो आपके लक्ष्य कभी पूरे नहीं होंगे.

SWOT Full Form In Hindi

Business में SWOT का फुल फॉर्म है, Strengths, Weaknesses, Opportunities, और Threats. इसका हिंदी में अर्थ है ताकत, कमजोरियां, अवसर और खतरे. Corporate और Business में इसे SWOT Analysis के नाम से जाना जाता है.

एक व्यवसाय के अंदर अपनी ताकत, कमजोरियों को जानने के लिए, बाजार में मौजूद अवसरों का फायदा उठाने के लिए और अपने प्रतिद्वंद्वियों से बेहतर करने के लिए यह तकनीक इस्तेमाल की जाती है. चलिए इस लेख में SWOT analysis के बारे में विस्तार से जानते हैं.

SWOT Analysis क्या है

SWOT analysis एक रणनीतिक योजना और रणनीतिक प्रबंधन तकनीक है जिसका उपयोग किसी व्यक्ति या संगठन को व्यापार प्रतियोगिता या परियोजना योजना से संबंधित ताकत, कमजोरियों, अवसरों और खतरों की पहचान करने में मदद करने के लिए किया जाता है.

यह एक ढांचा है जिसका उपयोग कंपनी की प्रतिस्पर्धी स्थिति का मूल्यांकन करने और रणनीतिक योजना विकसित करने के लिए किया जाता है. आंतरिक और बाहरी कारकों के साथ-साथ वर्तमान और भविष्य की संभावनाओं का आकलन करने के लिए भी SWOT analysis किया जाता है.

SWOT analysis का उपयोग सबसे पहले व्यवसायों का विश्लेषण करने के लिए किया गया था. लेकिन अब यह सरकारों, गैर-लाभकारी संस्थाओं और निवेशकों और entrepreneurs सहित व्यक्तियों द्वारा उपयोग किया जाता है.

SWOT दो भागों से बना है: Strengths और Weaknesses एक कंपनी के आंतरिक होते हैं, जबकि Opportunities और Threats कंपनी के लिए बाहरी होते हैं.

SWOT Analysis क्या हैं?

SWOT Analysis क्या हैं?

SWOT Analysis एक technique हैं जिसकी सहायता से हम किसी भी व्यक्ति तथा किसी भी संगठन की खूबियों , कमजोरियों , अवसरों तथा चुनौतियों के SWOT विश्लेषण की तैयारी कैसे करें? बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, SWOT Analysis क्या हैं?

SWOT Full Form (In Hindi)

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अगर आप किसी प्रोडक्ट या बिज़नेस का एनालिसिस करके बताना या जानना चाहते है की ये बिज़नेस या प्रोडक्ट मार्किट में कितना चल पायेगा या इसका क्या गुण है, क्या कमीं है, क्या चुनौती होगा, आप SWOT एनालिसिस करके जान सकते है।

इसके लिए आपके पास मार्केटिंग का जानकारी होना चाहिए तभी आप एनालिसिस कर पाएंगे। फ़िलहाल हम SWOT full form in hindi में समझते है, फिर हम इसको विस्तार से समझेंगे।

SWOT का फुल फॉर्म ( गुण, कमियां, अवसर, चुनौतियां) होता है।

SWOT Analysis क्या हैं?

swot analysis

Image Courtesy: Google

कुछ और जानकारी SWOT Analysis के बारे में

  • SWOT Analysis Framework बहुत ही महत्वपूर्ण हैं , इसका उपयोग मार्केटिंग तथा अन्य बिज़नेस के लिए भी किया जाता हैं ।
  • इसका उपयोग Marketer, Entrepreneur तथा Business Person कर सकता हैं ।
  • इस Technique की खोज 1960’s तथा 1970’s में Albert Humphery द्वारा की गयी थी ।
  • इस Technique का इस्तेमाल data तथा information को उपयोग करके परिस्थिति को जानने के लिए होता हैं ।

Strength (गुण) –

  • किसी भी organization अथवा व्यक्ति के सकरात्मक पहलु को जानने में SWOT Analysis मदद करता हैं ।
  • Strength Analysis से आप अपने organization के भीतरी अच्छी बातों को जानकर अपने प्रतियोगियों से आगे जा सकते हैं ।
  • इस विश्लेषण के आधार पर अपने या फिर अपने organization के लिए महत्वपूर्ण Decision ले सकते हैं ।

BJP 7वीं बार कैसे जीतेगी गुजरात का रण? समझें मजबूती और कमजोरियां; SWOT एनालिसिस

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Gujarat Election: गुजरात चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। भारत निर्वाचन आयोग की तरफ से जारी कार्यक्रम के अनुसार 8 दिसंबर को तय हो जाएगा SWOT विश्लेषण की तैयारी कैसे करें? कि गुजरात में कौन राज करेगा। अब राज्य में दोबारा सियासी राह तलाश रही कांग्रेस, एंट्री की कोशिश में जुटी आम आदमी पार्टी (AAP) मुकाबले को रोचक बना रही है। लेकिन इस दौरान सबसे खास भारतीय जनता पार्टी की दावेदारी होगी।

दरअसल, पार्टी बीते 27 सालों से राज्य में सत्ता में है। इस चुनाव में वह इस सफर को 32 सालों के आंकड़े तक ले जाना चाहेगी। हालांकि, राज्य में लगातार 7वीं जीत एकदम आसान नहीं होगी। एक नजर SWOT (स्ट्रेंथ, वीकनेस, ऑपोर्च्युनिटीस, थ्रेट्स) एनालिसिस पर डालते हैं।

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