विदेशी मुद्रा खिलाड़ी
कुछ मामलों में विदेशी स्रोतों से पेशेवर आय के संबंध में कटौती.
एक लेखक, विदेशी मुद्रा खिलाड़ी नाटककार, कलाकार, किया जा रहा है कि भारत में एक व्यक्ति के निवासी की सकल कुल आय कहां 80RR. 1 [(एक खिलाड़ी सहित) संगीतकार, अभिनेता या खिलाड़ी] सरकार से अपने पेशे के व्यायाम में उसके द्वारा निकाली गई किसी भी आय में शामिल एक विदेशी राज्य या भारत में निवासी है, और इस तरह के आय विदेशी मुद्रा विनियमन अधिनियम, 1947 (1947 का 7) के अनुसार में मिली है, या उसके द्वारा या उसकी ओर से भारत में लाया जाता है और नहीं किसी भी व्यक्ति की * , और किसी नियम के तहत, व्यक्ति की कुल आय की गणना में, तो प्राप्त या लाया आय का पच्चीस प्रतिशत के बराबर राशि का इस तरह आय में से कटौती वहाँ वहाँ की अनुमति दी जाएगी.
1 वित्त द्वारा "संगीतकार या अभिनेता" के लिए एवजी (नं. 2) अधिनियम, 1980 से प्रभावी 1980/01/04.
* बाद निरस्त कर दिया है और अब विदेशी मुद्रा विनियमन अधिनियम, 1973 (1973 विदेशी मुद्रा खिलाड़ी का 46).
विदेशी मुद्रा भंडार 2.23 अरब डॉलर घटकर 550.87 अरब डॉलर पर
रिजर्व बैंक द्वारा जारी साप्ताहिक आंकड़ों के अनुसार, विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों (एफसीए) में गिरावट से विदेशी मुद्रा भंडार घटा है। समीक्षाधीन सप्ताह में एफसीए 2.51 अरब डॉलर घटकर 489.59 अरब डॉलर रह गया।
हालांकि, इस दौरान स्वर्ण भंडार 34 करोड़ डॉलर बढ़कर 38.64 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में आई भारी गिरावट, जानिए कितना बचा है देश के पास रिजर्व
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के आंकड़ों के अनुसार, 26 अगस्त को समाप्त सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार (Indian Forex Reserves) 3.007 अरब डॉलर गिरकर 561.046 अरब डॉलर हो गया है।
Edited By: India TV Business Desk
Published on: September 03, 2022 17:52 IST
Photo:INDIA TV भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में आई भारी गिरावट
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के आंकड़ों के अनुसार, 26 अगस्त को समाप्त सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार (Indian Forex Reserves) 3.007 अरब डॉलर गिरकर 561.046 अरब डॉलर हो गया है। भंडार में गिरावट का मुख्य कारण विदेशी मुद्रा एसेट्स (एफसीए) में गिरावट थी। समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान एफसीए 2.571 अरब डॉलर गिरकर 498.645 अरब डॉलर रह गया।
आंकड़ों से पता चला है कि सोने का भंडार 27.1 करोड़ डॉलर घटकर 39.643 अरब डॉलर रह गया है। स्पेशल ड्रॉयिंग राइट्स (एसडीआर) 15.5 करोड़ डॉलर विदेशी मुद्रा खिलाड़ी घटकर 17.832 अरब डॉलर रह गया। जैसा कि आंकड़ों से पता चलता है, आईएमएफ के साथ देश की आरक्षित स्थिति भी समीक्षाधीन सप्ताह में 1 करोड़ डॉलर घटकर 4.926 अरब डॉलर हो गई।
क्या कहता है आरबीआई?
विदेशी मुद्रा भंडार घटने के पीछे विश्व में आर्थिक मंदी आने के संकेत भी है। भारतीय रिजर्व बैंक इसे कंट्रोल करने की लगातार कोशिशें कर रहा है। उसके हस्तक्षेप से मुद्रा बाजार में उतार-चढ़ाव के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार घटने की दर में कमी आई है। आरबीआई अधिकारियों के अध्ययन में यह कहा गया है। अध्ययन में 2007 से लेकर रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण मौजूदा समय में उत्पन्न उतार-चढ़ाव को शामिल किया गया है। केंद्रीय बैंक की विदेशी मुद्रा बाजार में हस्तक्षेप की एक घोषित नीति है। केंद्रीय बैंक यदि बाजार में अस्थिरता देखता है, तो हस्तक्षेप करता है। हालांकि, रिजर्व बैंक मुद्रा को लेकर कभी भी लक्षित स्तर नहीं देता है।
यूक्रेन-रूस युद्ध है इसका कारण
आरबीआई के वित्तीय बाजार संचालन विभाग के सौरभ नाथ, विक्रम राजपूत और गोपालकृष्णन एस के अध्ययन में कहा गया है कि 2008-09 के वैश्विक वित्तीय संकट के दौरान भंडार 22 प्रतिशत कम हुआ था। यूक्रेन-रूस युद्ध के बाद उत्पन्न उतार-चढ़ाव के दौरान इसमें केवल छह प्रतिशत की कमी आई है। अध्ययन में कहा गया है कि इसमें व्यक्त विचार लेखकों के हैं और यह कोई जरूरी नहीं है कि यह केंद्रीय बैंक की सोच से मेल खाए।
रिजर्व बैंक विदेशी मुद्रा भंडार को लेकर अपने हस्तक्षेप उद्देश्य को प्राप्त करने में सफल रहा है। यह विदेशी मुद्रा भंडार में घटने की कम दर से पता चलता है। अध्ययन के अनुसार, निरपेक्ष रूप से 2008-09 के वैश्विक वित्तीय संकट के कारण मुद्रा भंडार में 70 अरब अमेरिकी डॉलर की गिरावट आई। जबकि कोविड-19 अवधि के दौरान इसमें 17 अरब डॉलर की ही कमी हुई। वहीं रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण इस वर्ष 29 जुलाई तक 56 अरब डॉलर की कमी आई है।
अध्ययन में कहा गया है कि उतार-चढ़ाव को प्रभावित करने वाले प्रमुख तत्वों में ब्याज दर, मुद्रास्फीति, सरकारी कर्ज, चालू खाते का घाटा, जिंसों पर निर्भरता राजनीतिक स्थिरता के साथ-साथ वैश्विक स्तर पर घटनाक्रम शामिल हैं।
पाकिस्तान: खाली होता विदेशी मुद्रा भंडार, बढ़ता कर्ज और महंगाई के टूटते रिकॉर्ड
पाकिस्तान अपनी आजादी के 75 साल पूरे होने का जश्न मनाने जा रहा है लेकिन देश में जश्न जैसा कुछ नहीं है. हर रोज नए रिकॉर्ड बनाती महंगाई से जनता त्राहिमाम कर रही है तो लगातार गिरते विदेशी मुद्रा भंडार से सरकार. अभी तक विदेशी मुद्रा खिलाड़ी इस देश को ना कंगाली से आजादी मिली है और ना ही महंगाई से.
aajtak.in
- नई दिल्ली,
- 13 अगस्त 2022,
- (अपडेटेड 13 अगस्त 2022, 7:12 AM IST)
पाकिस्तान अपनी आजादी के 75 साल पूरे होने का जश्न मनाने वाला है. लेकिन जश्न जैसा कुछ भी नहीं है. ये देश इस समय कर्ज तले डूब चुका है, इसका विदेशी मुद्रा भंडार रिकॉर्ड तेजी से घटता जा रहा है. महंगाई इतनी ज्यादा हो चुकी है कि आम जानता त्राहिमाम कर रही है. पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था को लेकर जो आंकड़े सामने आ रहे हैं, वे सिर्फ उसके पतन की कहानी बयान कर रहे हैं.
ताजा आंकड़ों के मुताबिक पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार में करीब दो अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक की गिरावट दर्ज की गई है. बड़ी विदेशी मुद्रा खिलाड़ी बात ये है कि पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार अगस्त के पहले हफ्ते में 14 अरब डॉलर के निशान से भी नीचे जा चुका है. महंगाई दर भी विदेशी मुद्रा खिलाड़ी 13 साल में सबसे ज्यादा दर्ज की गई है. इस साल जून में महंगाई दर 21.3 फीसदी पर पहुंच गई थी. इससे पहले दिसंबर 2008 में पाकिस्तान में महंगाई की दर 23.3 फीसदी रही थी.
अब इस बिगड़ते हालात के लिए कई फैक्टर जिम्मेदार माने जा रहे हैं. पाकिस्तान की खराब नीतियां तो इसे कंगाली की ओर ले ही जा रही हैं, इसके अलावा राजनीतिक अस्थिरता ने भी लोगों के भविष्य को अस्थिर कर दिया है. आजादी के बाद से पाकिस्तान में एक भी सरकार अभी तक अपना पांच साल का कार्यकाल भी पूरा नहीं कर सकी है. ये इसी बात को साबित कर रहा है कि इस देश में आतंकियों को तो पनाह मिल जाती है, लेकिन स्थिरता, विकास, तरक्की, ये सब कुछ पीछे छूट जाता है. पाकिस्तान के वर्तमान हालात को ऐसे समझा जा सकता है कि इस समय एक लीटर पेट्रोल के लिए लोगों को 248 पाकिस्तानी रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं. इसी तरह एक लीटर डीजल के लिए 263 रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं.
विदेशी मुद्रा खिलाड़ी
610. , उत्पादन का निर्देश या उसके द्वारा पटकथा की गई है जो फिल्म के लिए भुगतान प्राप्त करने वाले व्यक्ति, खंड 80RR के तहत कटौती के हकदार होंगे चाहे
1 आयकर अधिनियम की धारा 80RR, 1961 में प्रावधान है कि एक विदेशी सरकार से अपने पेशे के व्यायाम में आय प्राप्त कर लेता है, जो एक लेखक, नाटककार, कलाकार, संगीतकार, अभिनेता या (एक खिलाड़ी सहित) खिलाड़ी होने के नाते भारत में एक व्यक्ति के निवासी, राज्य या विदेशी मुद्रा विनिमय कानून के अनुसार भारत में लाया जाता है के रूप में भारत में निवासी नहीं किसी भी व्यक्ति इस तरह के आय का 50%, या ऐसी आय (ii) 75% (मैं) के बारे में उनकी आय में से कटौती करने का हकदार होगा, 1973 और नियम जो भी अधिक हो, उसके अधीन बनाए गए.
प्र.20. विदेशी मुद्रा खिलाड़ी परिपत्र सं 3L करके, 25-10-1969 दिनांकित बोर्ड फोटोग्राफरों और टीवी कैमरामैनों अधिनियम की धारा 80RR के प्रयोजनों के लिए कलाकारों के रूप में माना जा सकता है कि स्पष्ट किया. एक सवाल, उत्पादन का निर्देश या उसके द्वारा पटकथा की गई है जो एक फिल्म के लिए भुगतान प्राप्त करने वाले एक व्यक्ति को इस अधिनियम की धारा 80RR के तहत कटौती के हकदार होंगे कि क्या उठाया गया है. बोर्ड इस मामले की जांच की और एक पटकथा लेखक अधिनियम की धारा 80RR के प्रयोजनों के लिए एक 'कलाकार' के रूप में इलाज किया जा सकता है "नाटककार" और इसी "निर्देशक" के रूप में माना जा सकता है कि देखने की है. उन्होंने कहा कि खंड में बताया गया श्रेणियों में से किसी में नहीं आता क्योंकि हालांकि, एक निर्माता, अधिनियम की धारा 80RR के तहत कटौती का हकदार नहीं होगा.
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