SIP में बच्चों का भविष्य हो जाएगा ब्राइट, 7 साल में बन जाएंगे 50 लाख रुपये, जानिए कैसे

SIP: अगर आप बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित हैं तो आपके पैसों का इंतजाम करने कई कई तरीके हो सकते हैं। इसमें एक SIP मुख्य तरीका है। जिसमें आप बेहद कम समय में मोटा फंड तैयार कर सकते हैं

SIP: आज कल बहुत से अभिभावक अपने बच्चों के भविष्य को लेकर हमेशा चिंता में डूबे रहते हैं। उनकी पढ़ाई- लिखाई से लेकर शादी विवाह तक के लिए चिंतित रहते हैं। लिहाजा बहुत से लोग सेविंग करना शुरू कर देते हैं। वहीं दूसरी तरफ आज जिस तेजी से महंगाई बढ़ रही है। इससे आपके बचत के पैसों की वैल्यू धीरे धीरे कम होती जा रही है। ऐसे में भविष्य को देखकर जितने पैसे हम बचाते हैं। वो उस समय बहुत कम हो जाते हैं। बचत के पैसों पर अच्छा रिटर्न पाने का सबसे बढ़िया तरीका है। उसे अच्छी जगह निवेश किया जाए। ताकि भविष्य निवेश के लिए अच्छा है भविष्य में बेहतर रिटर्न मिले। जिससे जरूरतें पूरी की जा सकें।

अगर आप निवेश की शुरूआत कर रहे हैं तो आपको टाइमिंग का इंतजार नहीं करना चाहिए। जब आपका पैसा बचे। उसी समय से निवेश करना शुरू कर देना चाहिए। निवेश के लिए भी कुछ बातें ध्यान में रखनी चाहिए। आप जो भी निवेश कर रहे हैं। उसे धीरे-धीरे बढ़ाते रहना चाहिए।

सुरक्षित भविष्य के लिए जल्द शुरू करें फाइनेंशियल प्लानिंग, ये 5 आसान तरीके करेंगे मदद

अगर आप अपने पैसों का सही से इस्तेमाल करना सीख गए तो हालात कैसे भी हों आपकी आर्थिक स्थिति न केवल मजबूत रहेगी साथ ही आप अपने सपने भी पूरा कर सकेंगे

सुरक्षित भविष्य के लिए जल्द शुरू करें फाइनेंशियल प्लानिंग, ये 5 आसान तरीके करेंगे मदद

पैसा कमाना जितना जरूरी है, उतना ही जरूरी है सही फाइनेंशियल प्लानिंग करना. अलग-अलग फाइनेंशियल एक्टिविटी की मदद से अपने इन्वेस्टमेंट (निवेश) को मैनेज करने की तकनीक को पर्सनल फाइनेंस कहा जाता है. सीधे शब्दों में कहें तो यह आपके वित्तीय लक्ष्यों को हासिल करने का जरिया है. आइए जानते हैं पर्सनल फाइनेंस के सिद्धांतों के बारे में, जो आपको अपने वित्तीय लक्ष्यों को हासिल करने और पैसे से पैसा बनाने में मदद कर सकते हैं.

इमरजेंसी फंड बनाना है जरूरी

पैसा ज्यादातर समस्याओं को हल कर सकता है. ऐसे में जरूरी है कि एक इमरजेंसी फंड बनाया जाए. अगर आप कोई इमरजेंसी फंड बनाना चाहते हैं तो किसी बैंक में अकाउंट (खाता) खोल सकते हैं और उसमें हर महीने एक छोटी रकम जमा कर सकते हैं. याद रखें कि इस पैसे का इस्तेमाल इमरजेंसी में ही करें.

ब्याज के पैसे बचाएं

लोग कार लोन, होम लोन या अन्य जरूरतों के लिए पर्सनल लोन लेते हैं. जिससे लंबे समय तक ब्याज के रूप में बड़ी रकम चुकानी पड़ती है. आप चाहें तो ऑटोमेटिक डेट रीपेमेंट प्लान लेकर हर महीने ज्यादा भुगतान कर सकते हैं. इसके अलावा आप हर साल लोन का कुछ हिस्सा प्री-पे भी कर सकते हैं यानी पहले चुका सकते हैं. लोन पहले चुकाने से न केवल क्रेडिट स्कोर अच्छा होगा बल्कि ब्याज के पैसे भी बचेंगे.

रिटायरमेंट के भविष्य निवेश के लिए अच्छा है लिए बचत

बचत बुढ़ापे की पूंजी है. इसलिए रिटायरमेंट प्लानिंग जरूरी है. अगर आप नौकरीपेशा हैं और आपके पास PF अकाउंट है तो आप वॉलंटरी प्रोविडेंट फंड के भविष्य निवेश के लिए अच्छा है जरिए अपना कॉन्ट्रीब्यूशन (योगदान) बढ़ा सकते हैं. अगर आपके पास PF अकाउंट नहीं है, तो आवर्ती जमा, PPF, ELSS, म्यूचुअल फंड जैसे कई विकल्प हैं, जिसमें आप हर महीने वेतन का एक हिस्सा जमा करके एक अच्छा फंड बना सकते हैं.

शेयर बाजार में निवेश

लंबी अवधि में शेयर बेहतर रिटर्न देते हैं. शेयर बाजार भविष्य निवेश के लिए अच्छा है में आपको बैंक FD और RD से ज्यादा रिटर्न मिलता है. हालांकि शेयर मार्केट में निवेश करने से पहले मार्केट के बारे में अच्छी तरह से रिसर्च कर लें.

ये भी पढ़ें

Green Crackers: ग्रीन पटाखे क्या हैं, उसके असली-नकली की पहचान कैसे करें?

Green Crackers: ग्रीन पटाखे क्या हैं, उसके असली-नकली की पहचान कैसे करें?

देसी लाइट्स और ग्रीन पटाखों से मनेगी इस बार दिवाली, मेक इन इंडिया का बढ़ा जोर

देसी लाइट्स और ग्रीन पटाखों से मनेगी इस बार दिवाली, मेक इन इंडिया का बढ़ा जोर

सीनियर सिटीजन के लिए कंसेशन फिर शुरू करेगा रेलवे? नियमों में ये हो सकते हैं बदलाव

सीनियर सिटीजन के लिए कंसेशन फिर शुरू करेगा रेलवे? नियमों में ये हो सकते हैं बदलाव

Indian Railway : ट्रेन में एक टिकट पर ले जा सकेंगे सिर्फ इतना सामान, नहीं तो भरना पड़ेगा भारी जुर्माना

Indian Railway : ट्रेन में एक टिकट पर ले जा सकेंगे सिर्फ इतना सामान, नहीं तो भरना पड़ेगा भारी जुर्माना

बीमा पॉलिसी में निवेश

किसी भी दुखद घटना से अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए बीमा पॉलिसी खरीदना आवश्यक है. कम उम्र में पॉलिसी खरीदना बेहतर है क्योंकि तब कम प्रीमियम का भुगतान करना पड़ता है. इसके अलावा हेल्थ इंश्योरेंस (स्वास्थ्य बीमा) भी लेना चाहिए ताकि इलाज के खर्च का बोझ कम किया जा सके. अपने पर्सनल फाइनेंस को मैनेज करने के बारे में अधिक जानने के लिए, यहां क्लिक करें

सोने में निवेश का सबसे अच्छा समय: जब भविष्य की थाह लेना मुश्किल हो तो गोल्ड का सहारा लेना बेहतर, एक्सपर्ट से जानिए निवेश करने का तरीका

यूरोप में तकनीकी तौर पर मंदी शुरू हो गई है और अमेरिकी GDP भी लगातार दो तिमाही घटी है। ये दोनों आर्थिक ताकतें महंगाई और इसे कम करने के लिए लागू नीतियों की चलते इस हालत में पहुंची हैं। यही स्थिति कमोबेश पूरी दुनिया की है। जाहिर है, अर्थव्यवस्था को लेकर अनिश्चितता बढ़ी है।

ऐसे में सोने में निवेश मददगार साबित हो सकता है, क्योंकि यह महंगाई और अनिश्चितता दोनों से बचाव का भरोसेमंद साधन (हेजिंग टूल) रहा है। आपने गौर किया होगा कि जब कोविड महामारी चरम पर थी, उस दौरान सोने की कीमत रोजाना बढ़ रही थी।

दूसरी तरफ शेयर बाजार में गिरावट आ रही थी। इस साल मार्च में भी जब रूस और अमेरिका के बीच युद्ध शुरू हुआ तो सोने की कीमत बढ़ने लगी थी। अब एक बार फिर न केवल वैश्विक मंदी का खतरा मंडरा रहा है, बल्कि रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच ताइवान को लेकर अमेरिका और चीन में तकरार भी बढ़ी है।

ऐसे में ज्यादा जोखिम वाले एसेट में भविष्य निवेश के लिए अच्छा है उतार-चढ़ाव बढ़ेगा। सबसे ज्यादा रिस्की एसेट क्रिप्टोकरेंसी ने बीते पांच साल में 77% से ज्यादा औसत उतार-चढ़ाव देखा है। दूसरी तरफ सबसे कम रिस्की एसेट गोल्ड में इस दौरान 14% से भी कम औसत उतार-चढ़ाव आया। शेयर बाजार भी तभी बेहतर रिटर्न देता है जब हालात अच्छे हों।

मसलन, बीते साल जोरदार रिटर्न देने वाले शेयर बाजार में इस साल जनवरी से उतार-चढ़ाव शुरू हुआ और सिर्फ 5-6 महीनों में 2021 की पूरी बढ़त हवा हो गई। ऐसे में धीरे-धीरे और लगातार सोना खरीदना एक अच्छी रणनीति हो सकती है।

फिजिकल गोल्ड नहीं लेना चाहते तो इन तीन तरीकों से करें निवेश

गोल्ड ETF
गोल्ड ETF यानी एक्सचेंज ट्रेडेड फंड निवेशकों को सोने में छोटा निवेश करने की सुविधा देता है। इसमें फंड मैनेजर की कोई भूमिका नहीं होती इसलिए लागत कम बैठती है। आपको इसे संभालने की जरूरत भी नहीं होती, क्योंकि यह डीमैट अकाउंट में होता है। जरूरत पड़ने पर इसे आप कभी भी स्टॉक एक्सचेंज पर बेच सकते हैं।

गोल्ड म्यूचुअल फंड
आप गोल्ड म्यूचुअल फंड में भी पैसा लगा सकते हैं। यह फंड हाउस के जरिये सोने में निवेश का ठीक वैसा ही तरीका है, जैसे आप इक्विटी या बॉन्ड में करते हैं। इसके माध्यम से आप सोने में छोटे निवेश से शुरुआत कर सकते हैं। आप चाहें तो गोल्ड म्यूचुअल फंड में SIP भी शुरू कर सकते हैं।

गोल्ड बॉन्ड
आप सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में भी निवेश कर सकते हैं। इसे रिजर्व बैंक की सुरक्षा गारंटी मिली होती है। आप स्टॉक एक्सचेंज, बैंक या पोस्ट ऑफिस से गोल्ड बॉन्ड खरीद सकते हैं। इसमें 2.5% सालाना ब्याज के साथ सोने की कीमत बढ़ने का लाभ भी मिलता है, लेकिन कम से कम 5 साल के लिए एकमुश्त निवेश करना होगा।

न्यूनतम निवेश की सुविधा देते हैं डिजिटल फॉर्मेट
गोल्ड ETF और गोल्ड बॉण्ड जैसे डिजिटल तरीकों से सोने में निवेश के कई फायदे हैं। सबसे बड़ा फायदा यह है कि मोटी रकम जमा होने तक आपको इस एसेट क्लास में निवेश के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ता है। डिजिटल फॉर्मेट में आप सिर्फ 100 रुपए से भी सोने में निवेश शुरू कर सकते हैं।

बाद में सुविधा के हिसाब से समय-समय पर निवेश बढ़ाया जा सकता है। इस बीच सोने के दाम बढ़ने का फायदा आपको मिलता रहेगा। इस तरीके से निवेश और रिटर्न साथ-साथ बढ़ते रहेंगे। कुछ साल में आपके पास मोटी रकम जमा हो जाएगी। फिर आप चाहें तो इससे फिजिकल सोना भी खरीद सकते हैं।

महंगाई के दौर में कैसे बनाए भविष्‍य की योजना, जानें कहां निवेश करना होगा सही ?

नई दिल्‍ली. महंगाई(Dearness) जिस रफ्तार से बढ़ रही है, उस हिसाब से अगर आपने सही समय पर भविष्य की योजना को निश्चित नहीं किया तो बहुत ज्यादा परेशानी होगी. भविष्य (Future) के लिए ना सिर्फ निवेश करना होगा, बल्कि ऐसी जगहों पर निवेश करना होगा जहां आपको महंगाई से राहत मिले और नेट आधार पर कुछ रिटर्न हासिल हो. वर्तमान में महंगाई दर 6 फीसदी के करीब है. ऐसे में अगर आपका निवेश (Investment) 6 फीसदी से ज्यादा रिटर्न नहीं देता है तो नेट आधार पर आपको कुछ हासिल नहीं हो रहा है. इन तमाम बातों को ध्यान में रखते हुए निवेश संबंधी कुछ महत्वपूर्ण बातों को ध्यान में रखना जरूरी है.

जैसा कि हम जानते हैं फिक्स्ड डिपॉजिट(fixed deposit) निवेश का परंपरागत साधन है. रिटर्न कम होने के कारण धीरे-धीरे इसके प्रति निवेशकों की दिलचस्पी कम हुई है. भारत की बात करें तो सेकेंड जेनरेशन के लोग यानी हमारे माता-पिता के जमान में फिक्स्ड डिपॉजिट का क्रेज चरम पर था. इसमें निवेश पर फिक्स्ड इनकम मिलती है. जोखिम बहुत कम है और निवेशक को पता होता है कि उसका पैसा कब डबल भविष्य निवेश के लिए अच्छा है होगा. अब एफडी पर रिटर्न 4-5 फीसदी के करीब है. ऐसे में यह महंगाई को मात देने में सक्षम नहीं रह गया है. यही वजह है कि भविष्य निवेश के लिए अच्छा है भविष्य निवेश के लिए अच्छा है निवेशक अपने लिए नए जमाने के निवेश के विकल्प की तलाश कर रहे हैं.

यह भी पढ़ें | आज करोड़ों कमाने वाले इन बॉलीवुड स्‍टार्स की कितनी थी पहली कमाई? जानकर आप भी रह जाएंगे हैरान


ईटी नाउ स्वदेश से बातचीत करते हुए वैल्यु रिसर्च के सीईओ धीरेंद्र कुमार ने कहा कि वर्तमान परिस्थिति में सेविंग्स या फिक्स्ड डिपॉजिट महंगाई को मात देने की स्थिति में नहीं है. ऐसे में निवेशक के तौर पर निवेश के नए विकल्पों के बारे में विचार करना चाहिए. शेयर बाजार में अच्छा रिटर्न मिलता है. इसके अलावा कुछ पॉप्युलर सेविंग स्कीम्स जैसे पब्लिक प्रोविडेंट फंड, किसान विकास पत्र, नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट में अभी 6-7 फीसदी का रिटर्न मिलता है. वर्तमान में ये स्कीम्स महंगाई को तो मात दे रहे हैं, लेकिन लंबी अवधि में केवल इन्हीं स्कीम्स में निवेश करना चतुराई भरा फैसला नहीं होगा.

लोगों को निवेश से पहले अपने खर्च का हिसाब करना चाहिए. हर इंसान के लिए खर्च अलग-अलग है. मेडिकल, खाना-पीना, पढ़ाई, कार, बंगला, विदेश की यात्रा. इन तमाम चीजों में आपका खर्च कहां ज्यादा होता है इसका पता लगाएं और यह भी पता करें कि उस सेगमेंट में महंगाई की रफ्तार क्या है. अपने वर्तमान और फ्यूचर के खर्च को ध्यान में रखते हुए उस सेगमेंट के लिए महंगाई की दर को ध्यान में रखते हुए निवेश करें.

शेयर बाजार में सीधा या म्यूचुअल फंड के माध्यम से निवेश किया जा सकता है. इसमें कोई दो राय नहीं है कि बाजार में निवेश करने पर रिस्क है, लेकिन लंबी अवधि के निवेशक बनने पर रिस्क घट जाता है. इसके अलावा अपने पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाई करें. गिरावट पर ज्यादा निवेश करें और तेजी आने पर भी निवेश करें. अगर बाजार की समझ कम है तो म्यूचुअल फंड में निवेश करें. इस तरह आपका निवेश महंगाई को मात देने में सक्षम होगा.

Investment: हर महीने 1000 रुपये का निवेश करके बनाएं लाखों, जानिए क्या हैं विकल्प

पैसे से हर किसी की जिंदगी खुशहाल बनी रहती है. पैसा नहीं होने पर लोगों को दर-दर की ठोकरें खानी पड़ती हैं. ऐसे में पैसे कमाने के साथ-साथ निवेश भी करते रहना चाहिए. ताकि भविष्य की जरूरतें आसानी से पूरी की जा सकें.

Published: October 29, 2020 5:08 PM IST

Rs 500 Note

आज के आधुनकि जीवन में हर किसी की आवश्यकताएं बढ़ती जा रही हैं. इसके साथ कोई भी व्यक्ति जीवन भर काम नहीं करना चाहता है. ऐसे में अपने भविष्य को सुरक्षित करने और सभी जिम्मेदारियों को निभाने के लिए निवेश करना बहुत आवश्यक हो जाता है.

Also Read:

लेकिन निवेश करने से पहले अपनी आय का आकलन करना पड़ता है. साथ ही यह भी तय करना पड़ता है कि किस जरूरत को पूरा करने के लिए आप निवेश करना चाह रहे हैं. यह भी तय करना होगा कि कितना पैसा निवेश करना चाहते हैं और कहां पर निवेश करना चाहते हैं.

पहले तो आपको निवेश और बचत के अंतर को समझना जरूरी है. अक्सर लोग बचत तो करते हैं, लेकिन निवेश नहीं करते. जब आप निवेश करते हैं तो आप इसे केवल सुरक्षित नहीं रखते, बल्कि इसे बढ़ाने का प्रयत्न करते हैं. निवेश करने के लिए यह जरूरी नहीं है कि आपके पास ढेर सारे पैसे हों. आप हर महीने 500 या 1000 रुपये भी निवेश करके अपने भविष्य को सुरक्षित रख सकते हैं.
हम आपको यहां पर ऐसे ही पांच तरीके बता रहे हैं जहां हर महीने 1000 रुपये निवेश करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.

कंपनियों के शेयरों में निवेश

शेयर बाजार में विभिन्न कंपनियों के स्टॉक में हर महीने 1000 रुपये निवेश करके आप अपना पोर्टफोलियो अच्छा बना सकते हैं. हालांकि, इतनी कम राशि में आप बड़ी कंपनियों के महंगे स्टॉक्स में निवेश नहीं कर पाएंगे, लेकिन कई ऐसी कंपनियां हैं जो अच्छा ग्रोथ कर रही हैं और उनके शेयर की कीमत 1000 रुपये से कम है. ऐसी कंपनियों का शेयर खरीदकर आप अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. लेकिन किसी भी कंपनी का शेयर खरीदने से पहले अच्छी तरह रिसर्च करें और शेयर इस मकसद से खरीदें कि आपको इसे 7 से 10 साल के बाद बेचना है. इसलिए ऐसी कंपनी के शेयर खरीदें जिसके फंडामेंटल्स काफी मजबूत हों.

रेकरिंग टर्म डिपॉजिट

रेकरिंग डिपॉजिट (RD) एक तरह का टर्म डिपॉजिट है जो निवेशकों की रेगुलर सेविंग की आदत को बढ़ावा देता है. RD अकाउंट में हर महीने मिनिमम 100 रुपये निवेश किया जा सकता है. इसकी अधिकतम मेच्योरिटी 10 साल की है. इसमें ग्राहकों को 3 फीसदी से लेकर 9 फीसदी तक Interest मिलता है. यह भी फिक्स्ड डिपाजिट की तरह फाइनेंशियल इन्वेस्टमेंट आप्शन है, लेकिन यहां निवेश के लिए अधिक सहूलियत है. FD में जहां एक मुश्त पैसा लगाना पड़ता है, RD में आप SIP की तरह अलग-अलग इंस्टालमेंट में मंथली बेसिस पर निवेश कर सकते हैं.

म्यूचुअल फंड्स में निवेश

आप म्यूचुअल फंड्स (Mutual Funds) में हर महीने कम से कम 500 रुपये का निवेश भी कर सकते हैं. म्यूचुअल फंड कंपनियां निवेशकों से पैसे जुटाती हैं और वे कंपनियों के शेयरों में निवेश करती हैं. जो लोग शेयर बाजार में निवेश के बारे में बहुत नहीं जानते, उनके लिए म्यूचुअल फंड्स निवेश का एक अच्छा विकल्प है. निवेशक अपने वित्तीय लक्ष्य के हिसाब से Mutual Funds स्कीम चुन सकते हैं. Mutual Funds के किसी डायरेक्ट प्लान में निवेश करने का फायदा यह है कि आपको कमीशन नहीं देना पड़ता है. इसलिए लंबी अवधि के निवेश में आपका रिटर्न बहुत बढ़ जाता है. SIP के जरिये आप इसमें निवेश कर सकते हैं. आप चाहें तो इक्विटी म्यूचुअल फंड (Equity Mutual Fund), डेट म्यूचुअल फंड (Debt Mutual Fund) या हाइब्रिड म्यूचुअल फंड स्कीम (Hybrid Mutual Fund) में निवेश कर सकते हैं.

नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC)

नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) एक छोटी बचत योजना है, जिसमें आप 100 रुपये से लेकर कितनी भी राशि निवेश कर सकते हैं. इस समय इस पर 6.8 फीसदी सालाना ब्याज मिल रहा है. आप इसे पोस्ट ऑफिस या किसी बैंक से खरीद सकते हैं. इसमें निवेश करने पर इनकम टैक्स के सेक्शन 80C के तहत सालाना 1.5 लाख रुपये का टैक्स बेनिफिट मिलता है. अगर आप पांच साल के लिए NSC में हर महीने 1000 रुपये निवेश करते हैं तो एक साल में इसमें 12,000 रुपये जमा होते हैं, लेकिन पांच साल के बाद यही अमाउंट 16,674 रुपये हो जाती है.

पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF)

पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) में निवेश करने में सबसे कम जोखिम है. इसमें पैसा डूबने का कोई खतरा नहीं रहता है. अभी PPF पर भविष्य निवेश के लिए अच्छा है सालाना 7.1 फीसदी की दर से ब्याज मिलता है और सरकार इनकम टैक्स की धारा 80C के तहत PPF में निवेश करने पर 1.5 लाख तक का टैक्स लाभ भी देती है. इसका लॉक पीरियड 15 साल है. 15 साल तक अगर आप PPF में हर महीने 1000 रुपये जमा करते हैं तो कुल जमा राशि 1,80,000 हो जाती है, लेकिन बदले में आपको 3,25457 रुपये मिलेंगे. इसके अलावा टैक्स बेनिफिट अलग से मिलेगा.

ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें. India.Com पर विस्तार से पढ़ें व्यापार की और अन्य ताजा-तरीन खबरें

रेटिंग: 4.78
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 628